उप्र विधानसभा उपचुनाव: 11 विधानसभा सीटों पर समाप्त हुआ चुनाव प्रचार, 21 को होगा मतदान

मौजूदा विधानसभा में भाजपा के 302 विधायक हैं जबकि सपा के 47 विधायक हैं । बसपा के 18, भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के आठ और कांग्रेस के सात विधायक हैं ।हमीरपुर में हाल ही में संपन्न उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी युवराज सिंह ने जीत दर्ज की थी । उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के मनोज प्रजापति को 17846 मतों से हराया था ।

Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2019 2:44 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए जारी चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। आखिरी दिन सभी सीटों पर प्रत्याशियों ने रोड शो, रैलियां कर जनता से अपने पक्ष में मतदान की अपील की। सोमवार 21 अक्टूबर को इन सीटों पर मतदान होना है । जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है उनमें गंगोह, रामपुर, इगलास,लखनऊ कैण्ट, गोविन्दनगर, मानिकपुर, प्रतापगढ़, जैदपुर, जलालपुर, बलहा और घोसी शामिल हैं ।

चौतरफा है मुकाबला

उपचुनाव में चौतरफा मुकाबले की उम्मीद है क्योंकि भाजपा, बसपा, सपा और कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। 11 सीटों पर कुल 110 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सबसे अधिक 13 प्रत्याशी लखनउ कैण्ट और जलालपुर सीटों पर हैं । घोसी में 12 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि गंगोह, प्रतापगढ़ और बलहा में ग्यारह ग्यारह प्रत्याशी हैं । गोविन्दनगर और मानिकपुर में नौ-नौ, रामपुर, इगलास और जैदपुर में सात सात प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं । जिन 11 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, उनमें से आठ पर भाजपा का कब्जा था । प्रतापगढ़ सीट पर भाजपा की सहयोगी अपना दल जीती थी । जबकि रामपुर और जलालपुर सीटों पर क्रमश: सपा और बसपा ने जीत दर्ज की थी ।

हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष की मौत से बदल सकती है चुनावी लहर

उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं । ये चुनाव इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं कि इनसे ही 2022 के विधानसभा चुनाव की जमीन तैयार होगी। उपचुनाव में भाजपा जहां 'क्लीन स्वीप' का प्रयास कर रही है वहीं, विपक्षी दल भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वोटरों को मजबूत संकेत देना चाहती है। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से कांग्रेस एकमात्र रायबरेली सीट ही जीत सकी। यहां पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। वहीं भाजपा ने 62 और उसके सहयोगी दलों ने दो सीटें जीती थी।लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की शुक्रवार को हुई हत्या से राज्य का चुनावी तापमान बढ़ गया था।

BJP ने दिलाया जम्मू-कश्मीर में लोगों को हक

योगी ने कहा कि "कांग्रेस ने सिर्फ आतंकवाद और भ्रष्टाचार दिया। अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर को विशेषाधिकार देकर बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का अपमान किया। भाजपा ने वह कर दिखाया जो बाकी दल सत्ता में रहते हुए 70 साल में नहीं कर सके। भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर वहां के लोगों को समान अधिकार देने का कार्य किया, सदियों पुरानी चली आ रही तीन तलाक की कुप्रथा को भाजपा सरकार ने खत्म किया। ये सब कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा है।" मौजूदा विधानसभा में भाजपा के 302 विधायक हैं जबकि सपा के 47 विधायक हैं । बसपा के 18, भाजपा की सहयोगी अपना दल के आठ और कांग्रेस के सात विधायक हैं ।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

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