सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह से मारपीट करने वालों पर मुकदमा दर्ज, विधान परिषद चुनाव के नामांकन में हुई थी भिड़ंत

यूपी विधान परिषद चुनाव के लिए एटा में नामांकन दाखिल करने के लिए 21 मार्च को पार्टी के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे तो वहीं दूसरे दिन नामांकन पत्र की जांच यानी 22 मार्च के दिन पार्टी के नेता पहुंचे। लेकिन दोनों ही दिन सपाई और भाजपाई के कार्यकर्ताओं में मारपीट हो गई। इसी क्रम में सपा प्रत्याशी से मारपीट करने वालों के खिलाफ एटा कोतवाली में धारा 147,427 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 23, 2022 6:43 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तरह विधान परिषद चुनावों में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत देखने को मिली। विधान परिषद 2022 के चुनाव में यूपी के कई जिलों में सपा प्रत्याशियों के साथ बदसुलूकी करने के मामले सामने आए हैं। उनमें से सबसे ज्यादा एटा का मामला चर्चित हो गया। दरअसल एटा से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी उदयवीर सिंह से नामांकन प्रक्रिया के दौरान और नामांकन पत्र की जांच के दौरान मारपीट हुई। 21 मार्च को एटा कलेक्ट्रेट में नामांकन का पर्चा छीनकर फाड़ दिया था। सपा नेता आरोप लगाया कि उनके साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट करते हुए उनके कपड़े फाड़ दिए थे। इसी कड़ी में अब समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी से मारपीट करने वालों के खिलाफ एटा कोतवाली में धारा 147,427 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

नामांकन पत्रों की जांच में भी हुई मारपीट
एटा में मंगलवार को मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन भी हंगमा देखने को मिला। इस क्षेत्र के तहत हो रहे एमएलसी चुनाव के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी के दौरान दोबारा भिड़ंत हुई। आरोप है कि कलक्ट्रेट पहुंचे सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश यादव को वहां पर पहले से मौजूद भाजपा कार्यकर्ता ने घेर लिया और उनके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं इस दौरान उनके कपड़े भी फट गए। उनकी गाड़ियों को भी तोड़ा गया। 

कुल पांच प्रत्याशियों ने दाखिल किया था नामांकन 
दो सदस्य वाली मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकरण सीट के लिए सोमवार यानी 21 मार्च को अंतिम दिन भाजपा, सपा सहित पांच प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए। बीजेपी प्रत्याशी ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव ने पर्चा दाखिल किया तो वहीं समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह यादव ने एक-एक सेट में अपने नामांकन पत्रों को जमा किया। 22 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच के दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दोबारा विवाद शुरू हो गया। इसी कारणवश समाजवादी पार्टी का एक दल चुनाव आयोग से शिकायत करने भी पहुंचा। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल और राजेंद्र चौधरी के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपकर मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही है। 

दो सदस्य वाली सीट में भाजपा की जीत हुई तय
विधान परिषद के नामांकन पत्रों की जांच के बाद जिला प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश सिंह के शपथ पत्रों में कमी बताते हुए नामांकन पत्रों को खारिज कर दिया। इनके साथ ही सुभासपा प्रत्याशी अनुज कुमार का नामांकन भी खारिज हो गया है। ऐसे में अब दो सदस्य पदों वाली सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत तय है। नामांकन पत्र निरस्त होने से पहले भी मंगलवार को जांच प्रक्रिया के दौरान सपाई और भाजपाईयों में बवाल हो चुका था। सपा प्रत्याशियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर मारपीट करने का आरोप लगाया। 

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