राजधानी के कृष्णलोक कॉलोनी में ट्रेवेल एजेंसी संचालिका की करीबियों ने मिलकर हत्या कर दी। 27 अप्रैल को आरोपितों ने तकिया से मुंह दबाकर की थी हत्या औरास में फेंका था शव। मड़ियांव पुलिस ने सर्विलांस की मदद से तीनों को दबोचा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राजधानी में एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसे इस तरह से अंजाम दिया जाएगा कोई भी सोच नहीं सकता। राजधानी में कृष्णलोक कॉलोनी में रहने वाली ट्रेवेल एजेंसी संचालिका की करीबियों ने मिलकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसका शव उन्नाव जिले के औरास इलाके में जंगल में फेंक दिया था।
मृतक रूबी के पूर्व परिचितों ने 27 अप्रैल को मारकर शव को जंगल में फेंक दिया। जिसके बाद उन्नाव पुलिस ने 28 अप्रैल को शव को बरामद किया। शव की पहचान न होने पर मृतक रूबी का अंतिम संस्कार करवा दिया गया।
शहर के घर में जब रूबी का पता नहीं चला तो नौकरानी ने उसके भाई को इसकी जानकारी दी। दो मई को मड़ियांव पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर छानबीन शुरू की। इस मामले में खुलासे के बाद पुलिस ने महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
नौकरानी शबनम को हुआ शक
मृतक रूबी के भाई अमित ने बताया कि उसकी बहन अकेले ट्रेवेल एजेंसी चलाती थी। लेकिन अचानक से जब गायब हो गई तो इसकी जानकारी नौकरानी शबनम ने दी। शबनम ने बताया कि 27 अप्रैल को रूबी घर से बाहर निकली थी और वापस लौटी ही नहीं। 28 अप्रैल को जब शबनम काम करने मृतका के घर पहुंची तो वहां ताला लटका मिला। इस वजह से उसने फोन रूबी को किया तो युवती ने कॉल उठाई और खुद को रूबी बता रही थी। शबनम को शक हुआ इसलिए उसने दोबारा कॉल की तो फोन युवक ने उठाया था। अनहोनी की आशंका होने पर शबनम ने पूरी जानकारी रूबी के भाई अमित को बताई।
एक पुराना साथी तो एक मुंहबोला भाई
अमित ने जब सारी जानकारी पुलिस को दी तो पुलिस ने रूबी की कॉल डिटेल निकाली तो पीतांबरा कॉलोनी चिनहट निवासी रजनीश कुमार सिंह और इंदिरानगर निवासी वरुण कुमार मिश्र से बातचीत के साक्ष्य मिले। तब अमित ने पुलिस को बताया कि रजनीश उसकी बहन का पुराना साथी है, तो वहीं वरूण को वह अपना मुंह बोला भाई मानती थी। पुलिस को संदेह हुआ तो फैजुल्लागंज से रजनीश उसकी मंगेतर कविता और वरूण को हिरासत में लिया। तीनों से पूछताछ में पता चला कि तीनों ने ही मिलकर रूबी की हत्या करी है।
ब्लैकमेल की वजह से आरोपी ने उठाया कदम
मृतका रूबी के साथी रजनीश ने बताया कि उसने उसका अश्लील वीडियो बना लिया था। जिसके बाद से वह उसे लगातार ब्लैकमेल कर रही थी। उसने आगे बताया कि इस तरह से उसने करीब बीस लाख रुपए वसूले थे और उसकी मांग समय के साथ बढ़ती जा रही थी। इसी से परेशान होकर उसने यह बात मंगेतर कविता और वरूण को बताई। दोनों ने साजिश में साथ दिया। प्लान के तहत 27 अप्रैल को रजनीश ने जन्मदिन पार्टी के बहाने कविता को घर पर बुलाया, जहां तीनों ने रूबी का मुंह तकिया की सहायता से दबाकर मार डाला। इसके बाद रात में ही शव को उन्नाव के औरास में फेंक दिया।
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