सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, सीएम ने बुधवार को विधानसभा में कहा, यूपी पुलिस की प्रशंसा होनी चाहिए। प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। अगर कोई मरने के लिए आ रहा है तो वो जिंदा कैसे बचेगा। हिंसा में कोई भी पुलिस की गोली से नहीं मरा। उपद्रवी हिंसा के दौरान उपद्रवियों की गोली से ही मरे है।
लखनऊ (Uttar Pradesh). सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, सीएम ने बुधवार को विधानसभा में कहा, यूपी पुलिस की प्रशंसा होनी चाहिए। प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ। अगर कोई मरने के लिए आ रहा है तो वो जिंदा कैसे बचेगा। हिंसा में कोई भी पुलिस की गोली से नहीं मरा। उपद्रवी हिंसा के दौरान उपद्रवियों की गोली से ही मरे है। बता दें, सीएम योगी नागरिकता कानून को लेकर यूपी में दिसंबर 2019 में हुई हिंसा को लेकर बयान दे रहे थे। प्रदेश में हुई हिंसा में करीब 21 लोगों की मौत हो गई थी।
सीएम ने विधानसभा में कही ये बात
सीएम योगी ने कहा- अगर कोई शख्स किसी निर्दोष को मारने के लिए निकला है और वह पुलिस के सामने पड़ता है तो या तो पुलिसकर्मी मरे या फिर वह मरे। किसी एक को तो मरना होगा। पाकिस्तान के पहले विधि मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल की नजीर देते हुए सीएम ने कहा- देश से गद्दारी करने वालों को गुमनामी मौत के सिवाए कुछ नहीं मिलेगा।
सीएए को लेकर यूपी में भड़की थी हिंसा
बता दें, नागरिकता कानून को लेकर यूपी की राजधानी लखनऊ सहित कानपुर, मेरठ और कई जिलों में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग उग्र हो गए थे। आगजनी की गई, पुलिस पर पथराव किया गया। सार्वजनिक संपत्तियों का नुकसान किया गया। हिंसा में यूपी में कुल 21 लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा के बाद सीएम योगी ने कहा था कि नुकसान की भरपाई उपद्रवियों की संपत्ति जब्त कर की जाएगी।