उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत प्रदेश के 86 लाख गरीब बुजुर्गों और निराश्रित महिलाओं को एक जनवरी से दोगुनी पेंशन मिलेगी। अब उन्हें 500 रुपये प्रति माह की जगह 1000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी। दिव्यांगों की भी एक हजार रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 86 लाख गरीब बुजुर्गों और निराश्रित महिलाओं को एक जनवरी से दोगुनी यानी एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलने लगेगी। वहीं, 11 लाख दिव्यांगों को एक दिसंबर से ही इस सुविधा का लाभ मिलेगा। सभी को एक-एक हजार रुपये पेंशन मिलेगी। अभी 500 रुपये प्रतिमाह पेंशन मिलती थी। इसका शासनदेश जारी हो गया है। अनुपूरक बजट में पेंशन राशि बढ़ाए जाने की घोषणा की गई थी।
समाज कल्याण विभाग के शासनादेश में कहा गया है कि कोविड महामारी के दौरान महंगाई और मुद्रा स्फीति संबंधी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है। अभी 56 लाख बुजुर्गों को इसका लाभ मिल रहा है। वहीं, महिला कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव अनीता सी मेश्राम की ओर से जारी शासनादेश में बताया गया है कि 20 लाख निराश्रित महिलाओं को पेंशन देने के लिए 425.25 करोड़ रुपये अतिरिक्त राशि की जरूरत होगी। इसकी व्यवस्था पुनर्विनियोग से की जाएगी। वहीं, अपर मुख्य सचिव, दिव्यांग कल्याण हेमंत राव ने भी इसका आदेश जारी कर दिया।
राज्य कर्मचारियों के डीए में भी हुई बढ़ोतरी
बता दें, राज्य सरकार ने कर्मचारियों को चुनाव से पहले बड़ा तोहफा देते हुए डीए को 28 फीसदी से बढ़ाकर 31 फीसदी कर दिया है। इसका फायदा जुलाई 2021 से मिलेगा। वित्त विभाग ने राज्यकर्मियों का डीए 28 से बढ़ाकर 31 प्रतिशत करने का प्रस्ताव बीते सप्ताह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास अनुमोदन के लिए भेजा था, जिसे मंजूरी दे दी गई। अब जुलाई से नवंबर तक का डीए कर्मचारियों के जीपीएफ में जमा कराया जाएगा। जबकि दिसंबर के डीए का नकद भुगतान वेतन के साथ एक जनवरी को किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से राज्य के 26 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को फायदा होगा।