दोनों परिवार के लोगों ने दूल्हे की अनुपस्थिति में भी शादी को सभी रस्मो-रिवाज के साथ किए जाने का निर्णय लिया। 19 मार्च को बारात दुल्हन के घर पर पहुंची। बिना दूल्हे के आई शादी की चर्चा फैल गई। दूल्हे के भाई और अन्य परिजनों ने शादी की सारी रस्मों को अदा किया।
शाहंगजाहपुर (Uttar Pradesh) । कोरोना वायरस का खौफ लोगों के दिलों-दिमाग पर छा गया है। इसके कारण लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शाहजहांपुर में मॉरीशस से घर न पहुंच पाए शख्स को मजबूरी में अनोखे तरीके से शादी करनी पड़ी। जी हां यहां बिना दूल्हे के बारात पहुंची और वीडियो कॉल के माध्यम से मॉरीशस में बैठे इंजीनियर दूल्हे ने शादी की सभी रस्मों को पूरा किया। वीडियो कॉल के जरिए ही उसने अपनी हमसफर से निकाह किया। बता दें कि संक्रमण फैलने की डर से सरकार ने विदेश से आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पहले से तय थी शादी
अंटा निवासी वसी खां के बेटे तौसीफ खां की निगोही के मोहल्ला पूरब निवासी नसीम खां की बेटी परवीन से शादी तय हुई थी। तौसीफ सिविल इंजीनियर है। वो इस समय मॉरीशस में तैनात है। कई महीने पहले 19 मार्च की तारीख तय हुई थी। कार्ड भी बंट गए लेकिन, जैसे ही शादी की तिथि नजदीक आई, कोरोना वॉयरस की वजह से विदेश से आने वालों पर प्रतिबंध लग गया। तौसीफ मॉरीशस से नहीं आ सके।
बिना दुल्हे के पहुंची बारात
ऐसे समय में दोनों परिवार के लोगों ने दूल्हे की अनुपस्थिति में भी शादी को सभी रस्मो-रिवाज के साथ किए जाने का निर्णय लिया। 19 मार्च को बारात दुल्हन के घर पर पहुंची। बिना दूल्हे के आई शादी की चर्चा फैल गई। दूल्हे के भाई और अन्य परिजनों ने शादी की सारी रस्मों को अदा किया।
ऐसे हुई शादी
काजी ने निकाह की लिखा-पढ़ी पूरी की। दूल्हे को निकाह कुबूल कराने के लिए वीडियो कॉल का सहारा लिया गया। मॉरीशस से तौसीफ ने काजी और निकाह के गवाहों के सामने परवीन को कुबूल किया, पूरी जिंदगी साथ निभाने का वादा किया। तौसीफ के कुबूल कहते ही सभी ने आमीन की सदाओं को बुलंद किया, साथ ही उन्हें मुबारकबाद दी।