यूपी में मतगणना 10 मार्च की सुबह 8 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है और इसको लेकर यूपी के सभी जिलों में मतदान के लिए किये जा रहे बंदोबस्त पर DGP मुख्यालय से सीधी नजर रखी जा रही है।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के सात चरणों का मतदान पूरा कराने के बाद अब मतगणना की बारी है। पुलिस के लिए मतगणना इस विधानसभा चुनाव का अंतिम और कड़ा इन्तिहान है। यूपी में मतगणना 10 मार्च की सुबह 8 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। जिसको देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है और इसको लेकर यूपी के सभी जिलों में मतदान के लिए किये जा रहे बंदोबस्त पर DGP मुख्यालय से सीधी नजर रखी जा रही है। ADG कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि 10 मार्च को होने वाली मतगणना को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में 200 से ज्यादा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की कंपनियां तैनात रहेगी। इसके साथ ही पीएसी कंपनियां, राजपत्रित पुलिस अधिकारी, निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी व बड़ी संख्या में आरक्षी प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर मौजूद रहेंगे। ईवीएम की सुरक्षा-व्यवस्था में लापरवाही को लेकर एक ओर जहां विपक्ष प्रश्न चिन्ह लगा रहा है तो दूसरी ओर पुलिस-प्रशासन शांतिपूर्ण मतगणना पूर्ण कराने की तैयारियों में जुटा है। खास रणनीति के तहत सभी जिलों में सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं तो वहीं संवेदनशील क्षेत्रों में भी पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा का कड़ा प्रबंध किया है ।
नहीं निकलेंगें विजय जुलूस
जहां एक ओर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर पुलिस कड़े इन्तजाम कर रही है वहीं, कार्यकर्ताओं व समर्थकों में जीत को लेकर जुलूस निकालने की बड़ी होड़ रहती है। लेकिन पुलिस ने इसको देखते हुए विजय जुलूस निकालने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है साथ ही कहीं कोई अव्यवस्था या गड़बड़ी करने वालों से पूरी सख्ती के साथ निपटे जाने के निर्देश भी दिये गये हैं। और सभी जिले के पुलिस अधिकारियों व सभी जोन और रेंज को मतगणना स्थल व उसके आसपास के जगहों पर सुरक्षा को लेकर कड़े प्रबंधों के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही सभी संवेदनशील क्षेत्रों में भी अतिरिक्त पुलिस बल मुस्तैद करने को कहा गया है।
पोस्टल बैलट किसकी बदलेंगे तस्वीर
चुनाव के दौरान मतगणना में 80 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग, दिव्यांगजन व आवश्यक सेवाओं के कर्मियों को अपना मत पोस्ट के जरिए भेजने की अनुमति होती है। ऐसे में इस बार पोस्टल बैलट से साढ़े तीन लाख से ज्यादा वोट पड़े। भाजपा और सपा दोनों को ही इन मतों से बड़ी उम्मीदें हैं। जहां भाजपा ने बुजुर्ग व दिव्यांगजनों के लिए पेंशन की धनराशि बढ़ाने के साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ देनें को कहा है वहीं सपा ने सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली व पेंशन की धनराशि बढ़ाने की घोषणा पत्र में बात कही है। साथ ही मतगणना में पोस्टल बैलट की गिनती सबसे पहले की जाती है। इसलिए दोनों ही पार्टी इन मतों को अपना मान रही हैं।