Published : Apr 14, 2020, 05:18 PM ISTUpdated : Apr 20, 2020, 02:21 PM IST
कुशीनगर(Uttar Pradesh ). देश में फैसले कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में इस समय लॉकडाउन है। देश में ट्रेन,बस सब कुछ बंद है। ऐसे में रोजी-रोटी के सिलसिले में दूसरे प्रांत में गए हजारों लोग वहीं रुके हुए हैं। इसी बीच एक दिल को झकझोरने वाली खबर सामने आई है। कुशीनगर में बेहद गरीबी व तंगहाली में जीवनयापन कर रही एक महिला की मौत हो गई। उसके पति की मौत पहली ही हो चुकी है। इकलौता बेटा रोजी-रोटी के सिलसिले में प्रदेश के बाहर है। जो मां की मौत की खबर पाने के बाद भी लॉकडाउन के कारण मां की चिता को मुखाग्नि देने भी नहीं आ सका। इन सब के बीच मृतक महिला की बेटी ने बेटा बन अंतिम संस्कार की रस्म को पूरा किया।
मामला उत्तर प्रदेश के कुशीनगर का है। यहां की रहने वाली आरती शर्मा की सोमवार को मौत हो गई। वह काफी समय से बीमार थी। आरती के पति सुरेश शर्मा की मौत दो साल पहले ही हो चुकी है। सुरेश की मौत के बाद उसका परिवार भयंकर आर्थिक संकट का सामना कर रहा था। आरती किसी तरह से अपने तीन बच्चों का पेट भर रही थी।
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इसी बीच उनका बेटा राममिलन रोजी-रोटी के लिए हैदराबाद चला गया। बेटे के जाने के बाद आरती की तबियत खराब रहने लगी। वह घर में बेटी प्रियंका के साथ रहती थी। प्रियंका 12वीं की छात्रा है। लेकिन सोमवार को आरती की तबियत ज्यादा खराब हुई और उसकी मौत हो गई।
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आरती की मौत की खबर जब उसके बेटे राममिलन को मिली तो उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। लेकि लॉकडाउन होने के कारण वह मां के अंतिम दर्शन के लिए भी नहे पहुंच सका। जिसके बाद पड़ोसियों व रिश्तेदारों ने बेटे राममिलन के आए बगैर ही आरती का अंतिम संस्कार करने का फैसला किया।
(प्रतीकात्मक फोटो)
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आरती की मौत के बाद जब उसका इकलौता बेटा घर नहीं आ सका तो उसकी बेटी ने बेटे की तरह फर्ज पूरा किया। उसकी बेटी प्रियंका ने न सिर्फ मां की चिता को मुखाग्नि दी बल्कि अंतिम संस्कार में होने वाले सारे रस्मों को बेटा बन कर निभाया। प्रियंका के इस कदम की क्षेत्र के लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं।