झूठी शान के लिए बेटी को मारडाला, 90 दिन तक सीवर टैंक में छिपाए रखा शव, प्रेमी ने खोला राज

महाराजपुर के टिकरिया गांव में रहने वाले चमनलाल पाल की बेटी रीमा का गांव में रहने वाले धर्मवीर सिंह यादव से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ही चोरी छिपे मिलते थे। शादी करके साथ जीन मरने की कसमें खा चुके थे। दोनों ने 27 नवंबर 2019 को कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसकी जानकारी दोनों के परिजनों को नहीं थी। इसके बाद रीमा चुपचाप घर आ गई थी।
 

Ankur Shukla | Published : Mar 22, 2020 9:47 AM IST

कानपुर ( Uttar Pradesh)।  झूठी शान के लिए बाप ने भाई और बेटे के साथ मिलकर अपनी ही लाडली बेटी की हथौड़े से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद तीन माह तक उसके लाश को सीवर टैंक में छिपाए रखा। पुलिस की पड़ताल के बाद रविवार को हकीकत सामने आई तो लोग दंग रह गए। लिस के मुताबिक लड़की ने बाहकर दूसरे जाति की लड़के से शादी कर लिया था। जिसे लेकर परिवार के लोग नाराज हो गए थे। वे लड़की से अपना बयान बदलने की बात कह रहे थे। लेकिन, वो प्रेमी का ही सपोर्ट कर रही थी। हालांकि पुलिस ने आरोपी बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने मृतका के चाचा को पहले ही गिरफ्तार किया था। यह घटना महाराजपुर थाना क्षेत्र के टिकरिया गांव की है। 

यह है पूरा मामला
थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतका के पिता चमनलाल व दूसरे भाई लवलेश को गिरफ्तार किया है। दोनों ने रीमा की हत्या की बात कबूल की। आरोपियों ने कहा कि रीमा ने दूसरी जाति में शादी करके नाक कटवा दी थी। बेटी से बयान बदलने के लिए दबाव बनाया। लेकिन, उसने मानने से मना कर दिया। इस नाफरमानी पर 25 दिसंबर को हथौड़े से सिर पर वारकर व गला घोटकर मार दिया। शव को चकेरी स्थित औद्योगिक क्षेत्र सीवर टैंक में छिपाया था। पिता-पुत्र की निशानदेही पर पुलिस ने टैंक के अंदर बोरी में बंद सड़ा शव व हथौड़ा बरामद किया है। 

दूसरे जाति के लड़के से थी शादी
महाराजपुर के टिकरिया गांव में रहने वाले चमनलाल पाल की बेटी रीमा का गांव में रहने वाले धर्मवीर सिंह यादव से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ही चोरी छिपे मिलते थे। शादी करके साथ जीन मरने की कसमें खा चुके थे। दोनों ने 27 नवंबर 2019 को कोर्ट मैरिज कर ली थी। इसकी जानकारी दोनों के परिजनों को नहीं थी। इसके बाद रीमा चुपचाप घर आ गई थी।

पति के कारण खुला राज
कोर्ट मैरिज के बाद मायके लौटी 21 वर्षीय रीमा पाल रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। धर्मवीर ने उसे सभी जगह तलाश किया, रीमा के पिता व भाइयों से भी पूछताछ की। लेकिन, पता नहीं लगा। तब उसने हत्या की आशंका जताते हुए महाराजपुर थाने में रीमा के पिता चमनलाल, चाचा चन्देलाल, भाई लवलेश व दिवेश के खिलाफ अपहरण का मुकदमा लिखाया था। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू की थी।

(प्रतीकात्मक फोटो)

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