यूपी के इस कैफे में बर्थडे मनाने पहुंची दीपिका, सेलिब्रेशन में एसिड अटैक सर्वाइवर्स समेत ये हो रहे शामिल

साल  2016 में लखनऊ में इस कैफै की शुरुआत हुई थी। 'हीरो' की तर्ज पर बने इस 'शीरोज' कैफे को राष्ट्रपति से भी अवार्ड मिल चुका है। यह कैफे आगरा के बाद लखनऊ और अब उदयपुर में शुरू किया गया है।

Ankur Shukla | Published : Jan 5, 2020 3:54 AM IST / Updated: Jan 05 2020, 04:25 PM IST

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। बॉलीवुड अदाकारा दीपिका पादुकोण का आज 34वां जन्मदिन है। वह इस बार अपना जन्मदिन पति रणवीर सिंह के साथ लखनऊ के कैफे 'शीरोज' में मनाने पहुंची हैं। उनके साथ 'छपाक' मूवी में काम करने वाली एसिड अटैक सर्वाइवर्स जीतू, कुंती बाला और ऋतु चारों मौजूद रहेंगी। साथ ही बर्थडे सेलिब्रेशन में कैफे शीरोज में जॉब करने वाली सारी सर्वाइवर्स और लखनऊ की एसिड अटैक सर्वाइवर्स भी मौजूद रहेंगी।

10 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म 'छपाक'
बता दें कि 10 जनवरी को रिलीज होने वाली दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल का बायोपिक है। 

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कैफे प्रबंधन देगा दीपिका को सरप्राइज
कैफे प्रबंधन दीपिका को सरप्राइज देना चाहता है। कैफे की ओर से जानकारी दी गई है कि रणवीर का यहां दीपिका के साथ आने का कोई प्लान नहीं है, लेकिन उनके लिए बेहतरीन इंतजाम किए गए हैं।

इसलिए खास होगा बर्थडे सेलिब्रेशन
दीपिका अपना 34वां जन्मदिन यादगार बनाने वाली हैं। दीपिका पादुकोण  एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की बायोपिक कर रही हैं। फिल्म में वह खुद एसिड सर्वाइवर का रोल प्ले करने के साथ ही उनके हक की लड़ाई लड़ती नजर आएंगी। बर्थडे लखनऊ में एसिड अटैक विक्टिम्स के साथ मनाएंगी। वो अपना पूरा दिन उन्हीं के साथ बिताएंगी। आसपास के शहरों के एसिड अटैक विक्टिम इसका हिस्सा होंगे।

राष्ट्रपति से भी इस कैफे को मिल चुका है अवार्ड

साल  2016 में लखनऊ में इस कैफै की शुरुआत हुई थी। 'हीरो' की तर्ज पर बने इस 'शीरोज' कैफे को राष्ट्रपति से भी अवार्ड मिल चुका है। यह कैफे आगरा के बाद लखनऊ और अब उदयपुर में शुरू किया गया है।

30 एसिड सर्वाइवर पीड़िता कर रही काम

इस कैफे के संचालन में जो रूपए आते हैं, उससे या क्राउड फंडिंग से इसका संचालन हो रहा है। यहां करीब 30 एसिड सर्वाइवर पीड़िता काम कर रही है। तीनों जगह से अभी तक करीब 100 एसिड सर्वाइवर को मदद की जा चुकी है। दो की शादी यही से हुई है, जो अपना परिवारिक जीवन जी रही है।

लड़कियों के हुनर का भी होता है प्रदर्शन

आलोक बताते हैं, यहां पर जो भी एसिड अटैक पीड़ित आती हैं वो अपनी मर्जी से जो काम करना चाहे, करती हैं। ये एक परिवार बन चुका है। यह कैफे आगरा के बाद लखनऊ और अब उदयपुर में शुरू किया गया है। इस कैफे में खान पान के अलावा यहां काम करने वाली लड़कियों के हुनर का भी प्रदर्शन किया गया है।

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