
नई दिल्ली। दिल्ली के गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन ( Farmers Protest) को 11 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है। लेकिन अब पुलिस (Delhi Police) ने टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) और गाजीपुर बॉर्डर (Gazipur Border) से बैरिकेडिंग हटानी शुरू कर दी है। इन दोनों ही बॉर्डर का एक तरफ का रास्ता खोलने की तैयारी भी शुरू हो गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई के दौरान ये सामने आया था कि रास्ता बंद होने की वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसके बाद किसानों ने कहा था कि रास्ता उन्होंने बंद नहीं किया है। दिल्ली पुलिस ने किया है। वे तो आंदोलन करने दिल्ली जा रहे थे। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया था, जिसकी वजह से वह यहीं बैठकर आंदोलन करने लगे।
इधर, बेरिकेड हटने के बाद धरने पर बैठे किसान संसद (Parliament) कूच कर सकते हैं। किसान नेता राकेश टिकैत का एक बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा है कि पीएम ने कहा था कि किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकते हैं तो हम संसद के सामने जाएंगे। अगर सड़कें खुली रहीं तो हम अपनी फसल बेचने के लिए संसद भी जाएंगे। पहले हमारे ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे।
टिकैत बोले- रास्ता खुलते ही तामझाम लेकर दिल्ली जाएंगे
दरअसल, सेक्टर 2 और 3 में हाइवे- 9 खुल रहा है। जल्द ही हाइवे- 24 भी खोल दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसानों के साथ सहमति बनने के बाद दोनों बॉर्डर्स पर इमरजेंसी रूट खोल दिए जाएंगे। शुक्रवार सुबह पुलिस बैरिकेड्स हटाती नजर आई। रास्ता खुलता है तो पिछले करीब 11 महीनों से जारी किसान आंदोलन से परेशानी झेल रहे लाखों लोगों को राहत मिलेगी। टिकैत ने कहा- ये फैसला संयुक्त मोर्चा करेगा। हम भी 11 महीनों से रास्ते पर बैठे थे। दिल्ली जाना था। अब रास्ते खुलेंगे तो हम भी अपना तामझाम लेकर दिल्ली जाएंगे। पहले हमारे ट्रैक्टर जाएंगे, फिर हम जाएंगे।
राकेश टिकैत पर हुए हमले को लेकर सख्त हुई BJP, बोली- वहां पुलिस थी, हमला कैसे हुआ?
रास्ता खोलने के लिए तैयार, लेकिन अराजकता न करें किसान: अस्थाना
दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा है कि रास्ता खोलने के लिए पुलिस भी तैयार है, लेकिन किसान इस बात का वादा करें कि वे किसी तरह की कोई अराजकता नहीं होने देंगे। फिलहाल, जब तक पुलिस और किसानों के बीच पूरी तरह से समझौता नहीं हो जाता तब तक रास्ता बंद ही रहेगा। बता दें कि टीकरी बॉर्डर पर पुलिस ने सीमेंट से बनाया गया एक बैरिकेड भी हटा दिया है। साथ ही सड़क के बीच में लगाई गई लोहे की कीले भी हटा दी हैं। फिलहाल सीमेंट का एक बैरिकेड अभी भी बरकरार है।
जिन किसानों की फसल नहीं बिक रही, वे संसद बेचने जाएंगे
राकेश टिकैत ने कहा कि हम रास्ता रोकने वाले लोग नहीं हैं। हमारी रास्ते की लड़ाई नहीं है। हमारी लड़ाई तीन काले कानूनों के खिलाफ है। जिन किसानों की कहीं फसल नहीं बिक रही है, वह संसद में फसल बेचने जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।