डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पूरी तरह से फुल फॉर्म में नज़र आ रहे है और वो स्वस्थ्य विभाग में लापरवाही को लेकर किसी भी तरह की कोई ढ़िलीई नहीं बरतना चाहते है। वहीं मरीजो के कोई दिक्कत ना हो इसके लिए उन्बोंने नया तरीका अपनाया है।
लखनऊ: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पूरी तरह से फुल फॉर्म में नज़र आ रहे है और वो स्वस्थ्य विभाग में लापरवाही को लेकर किसी भी तरह की कोई ढ़िलीई नहीं बरतना चाहते है। वहीं मरीजो के कोई दिक्कत ना हो इसके लिए उन्बोंने नया तरीका अपनाया है। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक फोन कर मरीजों से बात कर जानकारी ले रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज से उसके बारे में जानकारी दी है।
डिप्टी सीएम ने पैसे को लेकर मरीजों से पूछा सवाल
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अस्पताल में मरीजों से फोन करके हालचाल लिया है और उन्होंने पूछा कि इलाज के लिए अस्पताल पैसे तो नहीं ले रहा है। इस बात पर ज्यादा ज़ोर दिया है। इसके बाद उन्होंने अपना परचय दिया और फिर फोन कट गया है।
डायलिसिस मरीज़ से की ब्रजेश पाठक ने की बात
डायलिसिस मरीज विमलेश से फोन पर डिप्टी सीएम ने डायलिसिस प्रक्रिया के दौरान किसी तरह की दिक्कत, परेशानी होने के बारे में पूछा। इसके अलावा दवाएं मिल रही है या नहीं। कोई कर्मचारी सुविधा शुल्क तो नहीं ले रहा है। वर्तमान में यह मरीज सप्ताहभर पूर्व मैनपुरी में शुरू हुई डायलिसिस यूनिट में उपचार करा रही हैं। इसी कड़ी में डिप्टी सीएम ने लखनऊ के अस्पताल में डायलिसि में एक और मरीज से बात की है। फोन पर उनसे डायलिसिस सुविधा मिलने के बारे में जानकारी की गई। साथ ही दवा, सुविधा शुल्क के बारे में भी जानकारी की गई।
डिप्टी सीएम के इस तरीके से मरीज भी खुश नज़र आए
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के इस तरीके से जो कि वो फोन कर के मरीज से बातचीत करते है और उनकी कुशलक्षेम पूछते है और उनको किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं है उसको लेकर भी हालचाल लेते है। जिसके बाद से मरीजों में काफी उत्साह दिखा है।
मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना प्राथमिकता
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक हर रोज 10 जिलों के कुछ मरीजों से बात करेंगे। पाठक ने बुधवार को लोक भवन में मिडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना सरकार की पहली प्राथमिकता है।