मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर में भक्तों ने खूब खेली होली, ढोल की धुन पर झूमे श्रद्धालु

कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते ब्रज की होली को सभी श्रद्धालु बहुत याद करते होगें। लेकिन अब ब्रज में 40 दिवसीय होली के अलग अलग रंग दिखाई दे रहे है। लेकिन अब ब्रज में 40 दिवसीय होली के अलग अलग रंग दिखाई दे रहे है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 13, 2022 11:50 AM IST

मथुरा: होली के अलग-2 रंग ब्रज मंडल में दिखने को मिल जाते है। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते ब्रज की होली को सभी श्रद्धालु बहुत याद करते होगें। लेकिन अब ब्रज में 40 दिवसीय होली के अलग अलग रंग दिखाई दे रहे है। ब्रज में बसंत पंचमी से शुरू हुए होली उत्सव की धूम बरसाना, नंदगांव के बाद मथुरा के विश्व प्रसिद्ध द्वारिकाधीश मंदिर में ढप होली के रूप में दिखाई दे रही है। 

आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आज का दिन बेहद खास
मंदिर प्रांगण में जहां बड़े ढप को रख कर भगवान को होली के रसिया के साथ साथ गुलाल ओर छोटी छोटी पिचकारियों से रंग लगाया गया। इस दौरान देश विदेश से आये श्रद्धालुओं के लिए यह पल आनंदित और सराबोर कर देने वाला रहा। एक तरफ भगवान के मन मोहक स्वरूप के दर्शन और उनकी मनोहारी छबि की आरती तो श्रद्धालुओं के लिए आम बात होती है। लेकिन द्वारिकाधीश मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आज का दिन बेहद खास था क्योंकि तरह-तरह के उत्सवों से भगवान और भक्तों के जीवन को रंगों में रंगा जाता है। 

द्वारिकाधीश ने भक्तों संग खेली ढप होली
ढप होली के बारे में मंदिर के प्रवक्ताओं ने बताया कि पुष्टि मार्गीय सम्प्रदाय में अनादि काल से इस होली की शुरुआत होने की व्यवस्था है। फाल्गुन माह में मंदिर परिसर में करीब 5 फीट ऊंचा और करीब 3 फीट चौड़ा ढप रखा जाता है। जिसको एक महीने पहले से तेल पिलाया जाता है। इस दौरान ब्रज के प्रसिद्ध रसिया गायक रसिया का गायन कर भगवान को रिझाते है।

श्रद्धालु भगवान संग आनंद में डूबे
एक तरफ जहां मंदिर के गोस्वामी कान्हा राधा रानी और उनकी सखियों को रंग गुलाल से फाल्गुन की मस्ती के रंगों में रंगे हुए थे। तो वहीं श्रद्धालु गुलाल की मस्ती में मदमस्त हो भगवान के संग होली खेलने का आनंद ले रहे थे। श्रद्धालु भगवान के साथ होली खेलने के बाद आनंद में डूबने की अनुभूति कर रहे थे और मन को प्रफ्फुलित कर रहे थे। बसंत पंचमी से शुरू हुआ होली उत्सव ब्रज में धीरे धीरे और गहरा होने होने लगा है। यदि आप भी फाल्गुन की मस्ती का आनंद लें कान्हा के प्रेम रंग में रंगना चाहते है तो फिर आप देर मत करिए। क्योंकि कान्हा भी इस समय माखन छोड़ अपने भक्तों के साथ होली खेलने में मदमस्त जो है।

UPSRTC का नया फरमान, रोडवेज बसों में सफर कर रहे यात्रियों से पूछी जाएंगी उनकी उम्र, जानिए वजह

अपर्णा यादव ने माना बसपा ने की BJP की जीत में मदद, देखिए क्या कहा

Share this article
click me!