अयोध्या नगरी के सरयू नदी के 32 घाटों पर यह 9 लाख दिए सजाए जा रहे हैं। जिस वक्त इन दीपकों में बाती और तेल डालकर इन्हें प्रज्जवलित किया जाएगा, वह छटा देखने लाइक होगी। इसके साथ यह एक नया कीर्तिमान बन जाएगा।
अयोध्या (उत्तर प्रदेश). भगवान राम की नगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव (Ayodhya deepotsav 2021)कार्यक्रम की शुरूआत हो चुकी है। आज यह नगरी कुछ घंटों बाद एक नया विश्व रिकॉर्ड़ बनाएगी। क्योंकि बुधवार शाम को राम को 12 लाख दिए जलाए जाएंगे। जिसमें 9 लाख दिए तो सिर्फ राम की पैड़ी यानि सूरत के तट पर जलेंगे। वहीं तीन लाख शहर के हर मंदिर-मठ पर प्रज्जवलित होंगे। इस पल को यादगाद बनाने के लिए करीब 12 हजार वॉलंटियर तैयार हैं।
कुछ घंटों बाद ही बनेगा विश्व रिकॉर्ड
दरअसल, अयोध्या नगरी के सरयू नदी के 32 घाटों पर यह 9 लाख दिए सजाए जा रहे हैं। जिस वक्त इन दीपकों में बाती और तेल डालकर इन्हें प्रज्जवलित किया जाएगा, वह छटा देखने लाइक होगी। इसके साथ यह एक नया कीर्तिमान बन जाएगा। इस पल को देखने क लिए यूपी ही नहीं देश का हर नागरिक देखने के लिए आतुर है।
ऐसे दिए पर रखी जाएगी नजर, हर दीपक जलेगा 5 मिनट
वहीं इस यादगार पल को रिकॉर्ड करने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के टाइम कंसल्टेंट निश्चल भनोट अयोध्या पहुंच चुके हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि 9 लाख दिए जो जलाए जाएंगे उनमें से हर दीपक को कम से कम 5 मिनट एक समान जलेगा। इसे देखने और दीपकों की गिनती के लिए ड्रोन लगाया गया है। जो हमे विजुअल और इनकी संख्या की जानकारी देगा।
12 हाजर वॉलिटियर की मेहनत लाएगी रंग
दरअसल, राम की पैड़ी में दीपोत्सव का यह पूरा कार्यक्रम वैसे तो योगी सराकर ही करा रही है। लेकिन शासन-प्रसान के अलावा भी ऐसे कई लोग हैं जो इस भव्य दीपोत्सव के पीछे हैं। जो दिए जलाने से लेकर जमाने और तेल डालने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। राम जन्मभूमि में दीपकों की रोशनी बिखरने वाले लोगों में बच्चे-बुजुर्ग और युवा शामिल हैं। इस दीपोत्सव में इस बार 45 स्वयं सेवी सहायता के लोगो के अलावा 15 यूनिवर्सिटीस, 5 कॉलेज के छात्र-छत्राएं और फैकल्टी कई दिनों से वॉलिंटियर के रूप में दिन रात मेहनत कर रहे हैं। इन लोगों की संख्या 12 हजार है। यही 36 हजार लीटर सरसों का तेल इन 12 लाख दिए में डालेंगे। इसके लिए 36 टीमें बनाई गई हैं। जिनको राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शैलेंद्र वर्मा लीड कर रहे हैं।