
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों में बीते शुक्रवार को प्रशासनिक सख्ती के बावजूद जुमे की नमाज के बाद हिंसा (Violence) देखने को मिली। मामले में सीएम योगी (CM Yogi Adityanath) के निर्देश के बाद उपद्रवियों पर जिला प्रशासन (District Administration) तेजी के साथ कार्रवाई कर रहा है। इसी बीच सीएम सिटी (CM City) कहे जाने वाले यूपी के गोरखपुर में पुलिस प्रशासन की ओर से जिले के कई इलाकों में ड्रोन से निगरानी की गई थी, जिसके बाद सामने आई तस्वारों को देखने के बाद प्रशासनिक अफसरों (Administrative officer) के पैरों तले जमीन खिसक गई। मिली जानकारी के मुताबिक, ड्रोन से निगरानी के दौरान दर्जनों घरों के छत पर कंकड़, ईंट व पत्थर दिखें हैं।
तीन इलाकों में हुई ड्रोन से निगरानी, संदिग्ध के घेरे में आए 54 घर
बीते शुक्रवार को शाहमारुफ के व्यापारियों ने नमाज से पहले अपनी दुकानें बंद कर दी थीं। इतना ही नही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस दिन शहर में थे। मामले की जानकारी होते ही एडीजी जोन अखिल कुमार, एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई फोर्स के साथ शाहमारुफ पहुंच गए और भविष्य में होने वाली हर गतिविधि पर नजर रखना शुरू कर दिया। जिसके बाद हालात सामान्य हो गए। इसी बीच शहर के कोतवाली, राजघाट व तिवारीपुर क्षेत्र में ड्रोन से हुई निगरानी में पुलिस को 54 घरों के छत पर कंकड़, ईंट व पत्थर दिखें हैं। जांच में यह बात सामने आने के बाद मकान मालिकों को नोटिस देकर वजह पूछा गया है।
तीसरी आंख बनेगी ड्रोन, पत्थरबाजों पर रखी जाएगी पैनी नजर
गोरखपुर में जुम्मे की नमाज काफी शांतिपूर्ण रही। हालांकि की पूरे प्रदेश का माहौल कुछ ऐसा नहीं रहा। लेकिन पत्थरबाजी का माहौल प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में बना हुआ है। नूपुर शर्मा के गिरफ्तारी को लेकर इस पत्थरबाजी का सिलसिला शुरू किया गया। गोरखपुर में किसी भी उपद्रवी को उपद्रव नहीं मचाने दिया जाएगा। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरीके से सचेत है। वहीं, अब गोरखपुर प्रशासन ड्रोन कैमरे से भी घर के ऊपर रखे ईट पत्थरों के जबाव घर के मालिकों से नोटिस के जरिए मांग रही है। इतना ही नहीं, इसी ड्रोन से शहर के कई इलाकों की निगरानी भी की जा रही है। हालांकि तिवारीपुर, कोतवाली, राजघाट, के क्षेत्रों मे फोर्स और पुलिस अधिकारी भी गस्त करते दिख रहे हैं।
संदिग्ध लोगों की हो रही है निगरानी
आपको बता दें प्रशासन लगातार संदिग्ध लोगों की भी निगरानी कर रही है। और इसका जिम्मा पुलिस और एलआइयू को सौंपा गया हैं। वहीं, एसएसपी डा. विपिन ताडा ने भी कहा कि बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए। ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। वहीं, संदिग्धों को भी चिन्हित किया जा रहा है। ड्रोन से चप्पे-चप्पे की निगरानी भी रखी जा रही है।
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