देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 25 मार्च यानी शुक्रवार को गोरखपुर मठ के महंत योगी आदित्यनाथ दूसरी बार यूपी के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले उनकी बहन शशि सिंह ने अपने छोटे भाई से अपील की है कि एक बार घर आकर मां से मिल लें।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर के महंत योगी आदित्यनाथ शुक्रवार यानी 25 मार्च को दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं। राज्य में शपथ ग्रहण को लेकर जोरो शोरो से तैयारियां चल रही है। सत्ता में दोबारा कमान संभालने से पहले उनकी बहन शशि सिंह ने बुधवार को अपने छोटे भाई योगी आदित्यनाथ से अपील की कि वे एक बार घर आकर मां से मिल लें। महंत योगी की बहन शशि ने उस समय को भी याद किया जब उन्होंने घर छोड़ा था। उन्होंने बताया की जब योगी ने घर छोड़ा तो उन्होंने यह नहीं बताया था कि वह संन्यासी बनने जा रहे हैं।
योगी की बहन शशि चाय बेचकर करती है गुजारा
उत्तराखंड के गांव में रहने वाली शशि सिंह चाय बेचकर परिवार का गुजारा करती हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान शशि सिंह ने कहा कि मां अपने बेटे आदित्यनाथ को बहुत याद करती हैं। उनकी इच्छा है कि अजय (योगी आदित्यनाथ) घर आकर उनसे मिल लें। 18 साल की उम्र में घर छोड़ देने वाले महंत योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश की कमान संभालने जा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की बहन शशि सिंह ने बुधवार को अपने छोटे भाई योगी आदित्यनाथ से अपील की कि वे एक बार घर आकर मां से मिल लें।
राजनीति में परिवार परिवारवाद को नहीं करता पंसद
उत्तराखंड के अपने गांव में चाय की एक छोटी सी दुकान चलाने वालीं शशि सिंह ने चाय की दुकान चलाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी कि उनका परिवार राजनीति में परिवारवाद को पसंद नहीं करता है। उन्होंने आगे कहा कि दूसरे दलों में परिवार के सभी लोग राजनीति में आते हैं। यह हमारे परिवार में नहीं है, यह परिवारवाद हो जाता है। हम यह नहीं चाहते हैं और वह भी कहते यही कहते हैं की खुद कमाओ और खाओ। इसलिए हमारे बारे में कोई क्या बोलता है, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
परिवार में किसी को नहीं था पता कि बनेंगे संन्यासी
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में जन्मे अजय सिंह बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) ने 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था। योगी आदित्यनाथ की बहन शशि सिंह ने बताया कि अजय ने 18 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था। उस समय परिवार में किसी को नहीं पता था कि वह संन्यासी बनने जा रहे हैं। आदित्यनाथ नाम उन्हें गोरखपुर मठ में ही मिला था। योगी की बहन शशि सिंह ने मीडिया से बातचीत कर बताया कि जब योगी योगी ने घर छोड़ा तो उन्होंने यह नहीं बताया था कि वह संन्यासी बनने जा रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता की बात को किया पूरा
योगी आदित्यनाथ की बहन ने उस समय को याद करते हुए बताया कि जब उनके पिता जीवित थे, तब एक बार अजय ने पिता से कहा कि वह केवल परिवार के बारे में ही नहीं बल्कि दूसरो के बारे में भी सोचा करें। इस पर उनके पिता ने कहा कि केवल 85 रुपये कमा पाते हैं, जिसमें परिवार का खर्च भी बहुत मुश्किल से चलता है। इस तरह की हालत में परिवार को पहले सोचना पड़ेगा, दूसरों के बारे में सोचना संभव ही नहीं है। उसके बाद योगी के पिता ने कहा कि हमें जो करना था, वो कर दिया। अब देखें तुम क्या करते हो। उनकी यह बात अजय को ऐसी चुभी कि उन्होंने वह काम करके दिखा दिया।
Special Story: योगी 2.0 का शपथ ग्रहण बनेगा यादगार, यूं 25 मार्च को चमक उठेगा लखनऊ