धरने पर बैठे किसान की ठंड से मौत, मचा हड़कंप

Published : Dec 14, 2021, 06:26 PM IST
धरने पर बैठे किसान की ठंड से मौत, मचा हड़कंप

सार

किसानों ने बताया कि धरने पर बैठे राहुल चौधरी (27) की बीती रात ठंड लगने से मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता विजयपाल घोपला का कहना है कि इस मामले में शासन-प्रशासन ढुलमुल रवैया अपना रहा है। पहले भी कई किसान धरने पर अपनी जान गवां चुके हैं।

मेरठ: कृषि कानून खत्म होने के बाद भी किसानो का आंदोलन और धरना खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। मेरठ में धरने पर बैठे किसानों का आरोप है कि एक युवक की ठंड लगने से मौत हो गई। मृतक युवक भी उनके साथ धरने पर बैठा था। युवक की मौत से किसानों में भारी रोष है।
उधर, मेरठ के परतापुर क्षेत्र में धरने पर बैठे एक युवक की ठंड लगने से मौत होने की सूचना से हड़कंप मच गया। बताया गया कि भूमि अधिग्रहण की नई नीति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर शताब्दी नगर सैक्टर-4 बी में भाकियू का धरना जारी है। वहीं, कुछ किसान पानी की टंकी पर बैठकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।

किसानों का आरोप ठंड से हुई मौत

किसानों ने बताया कि धरने पर बैठे राहुल चौधरी (27) की बीती रात ठंड लगने से मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता विजयपाल घोपला का कहना है कि इस मामले में शासन-प्रशासन ढुलमुल रवैया अपना रहा है। पहले भी कई किसान धरने पर अपनी जान गवां चुके हैं।

मौके पर मौजूद किसान मृतक की मां को सरकारी नौकरी और एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। भाकियू नेता विजयपाल घोपला ने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो शव उठने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा इस बार किसान चुप बैठने वाले नहीं हैं।

सपा नेता पवन गुर्जर तमाम कार्यकतार्ओं के साथ मौके पर पहुंचे हैं। सपा नेता ने किसानों के धरना स्थल पर बैठ कर किसानो के साथ धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और कहा कि सपा सदैव ही किसानों के साथ है।

मांगे पूरी न होने पर उग्र प्रदर्शन की धमकी

भाकियू नेता विजयपाल घोपला ने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं की गई तो शव उठने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा इस बार किसान चुप बैठने वाले नहीं हैं। किसान के शव के पास परिजन बैठकर विलाप कर रहे थे। पुलिस- प्रशासन ने कई बार शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की लेकिन किसानों के उग्र तेवर देख वे पीछे हट गए। वहीं इस प्रकरण में एसपी सिटी ने बताया कि किसान की मौत कैसे हुए इसके बारे में तो पोस्टमार्टम की रिपोर्ट से ही पता चल सकेगा। किसानों को समझाने की कोशिश की जा रही है। वहीं किसानों का कहना है कि किसान अपनी जमीन का सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार मुआवजा मांग रहा है। कहा कि मुआवजा मिलते ही जमीन से कब्जा हटा लिया जाएगा।
 

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