फतेहपुर में चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा था। पाठशाला के नाम पर जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा था। इसकी सूचना हिंदू संगठनों को हुई तो जमकर हंगामा किया साथ ही मुकदमा भी दर्ज कराया। जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
फतेहपुर: उत्तर प्रदेश में पहले भी ऐसे मामले देखने को मिले है, जहां जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा हो। ऐसा ही कुछ राज्य के फतेहपुर जिले में खागा कोतवाली के सुजरही गांव में चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण की पाठशाला चल रही थी। ऐसा आरोप है कि इस पाठशाला में हिंदू समाज के लोगों पर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करने और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इसी सभा में मौजूद राहुल विश्वकर्मा नाम के युवक ने धर्म परिवर्तन करने से मना कर दिया तो उससे गाली-गलौज कर मारपीट की गई। जिसके बाद इस मामले की जानकारी हिंदू संगठन के लोगों को हुई तो मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
जबरन धर्मांतरण कराने में महिला भी शामिल
चंगाई सभा की आड़ में धर्मांतरण की पाठशाला में हिंदू संगठनों के विरोध और हंगामे की सूचना के बाद पुहंची पुलिस ने वहां पर मौजूद लोगों का बयान दर्ज किया। पुलिस ने बिना अनुमति चंगाई सभा का करने वाले व्यक्ति सहित तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। तीनों आरोपियों में एक महिला भी शामिल है, जो सभा में आने वाली हिंदू महिलाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया करती थी। हिंदू संगठन के बाद पहुंची पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया तो वहीं दूसरी ओर सीओ सीओ संजय कुमार सिंह ने बताया कि खागा कोतवाली क्षेत्र के सुजरही गांव में संजय पासवान नाम का व्यक्ति बिना अनुमति अपने मकान में चंगाई सभा करवा रहा था।
पीड़ित की तहरीर पर गिरफ्तार हुए आरोपी
सीओ संजय कुमार सिंह ने आगे बताया कि चंगाई सभा में भारी संख्या में हिन्दू समाज के लोग मौजूद थे, जिसमे ज्यादातर महिलाएं शामिल थी। सभा के दौरान ही राहुल नाम के युवक पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया। इतना ही नहीं उसे ईसाई धर्म की एक पुस्तक देकर उसका प्रचार-प्रसार करने के लिए कहा गया। जब उसने ईसाई धर्म अपनाने से मना कर दिया तो उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। उन्होंने आगे बताया कि राहुल की तहरीर पर चंगाई सभा करने वाले रामचंद्र, संजय पासवान और नीलवती के विरुद्ध धर्मांतरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। साथ ही तीनों पर कार्रवाई करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
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