यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस बैठक में निर्देश दिया गया कि काम को लेकर जिम्मेदारी तय हो और उसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए रेस महाभियान की शुरुआत हो चुकी है। इस बीच प्रदेश की जनता को सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्पों के बारे में अवगत करवाने के लिए यूपी सरकार जीआईजेड इंडिया के सहयोग से रेस महाभियान चला रहा है। यह अभियान 29 जून से 3 जुलाई तक चलेगी। इस बीच सीएम योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर समीक्षा बैठक की। यह बैठक राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने की तैयारी को लेकर जिला मजिस्ट्रेटों के साथ की गई। बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि बाढ़ बचाव की तैयारियों को पूरा कर लिया जाए।
एमएलए-एमएलसी की निधि की पहली किस्त हुई जारी
इस बीच यूपी में एमएलए-एमएलसी की निधि की पहली किस्त भी जारी कर दी गई है। इस पहली किस्त में उन्हें डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। इस बीच बीजेपी ने मिशन-2024 की रणनीति बनाने के लिए लखनऊ मुख्यालय पर बड़ी बैठक बुलाई है। यूपी के कई जनपदों में मानसून की पहली बारिश हो रही है। इस बीच सीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ बचाव की स्थिति जानी। अधिकारियों से कहा गया कि तैयारियों को तुरंत पूरा किया जाए और हर स्तर पर जवाबदेही तय हो। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
'हर जनपद में बनाया जाए कंट्रोल रूम'
इस बैठक में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा समेत शासन के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहें। सीएम ने कहा कि जैसे राज्य आपदा मोचक एसडीएमए कार्य करता है उसी तरह जिला आपदा प्रबंधन भी काम करे। आपदा का अर्थ सिर्फ बाढ़ नहीं है अन्य आपदाएं भी हैं। जिला स्तर पर किसी तरह से स्वावलम्बी बना जाए इस दिशा में भी कार्य करना होगा। इसके साथ ही संवेदनशील तटबंधों का निरीक्षण, सिंचाई विभाग और अन्य सहयोगी विभागों के साथ में जिलाधिकारी भी करें। इसको लेकर हर जनपद में कंट्रोल रूम होना चाहिए। उपजिलाधिकारी स्तर पर इसकी मॉनीटरिंग की जानी चाहिए।
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