उदयपुर हत्याकांड पर बोले मुस्लिम धर्मगुरु- ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि दोबारा कोई ऐसा कदम न उठा सके

भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में मृतक कन्हैया लाल के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके विरोध में मंगलवार को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी। 

Asianet News Hindi | Published : Jun 29, 2022 7:34 AM IST

लखनऊ: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल को दर्दनाक मौत के बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। इस खौफनाक घटना पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और मौलाना सुफियान निजामी ने इसकी सख्त निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है, ताकि दोबारा कोई ऐसा कदम न उठा सके। साथ ही उन्होंने देश में शांति बनाए रखने की भी अपील की है। बता दें कि दो लोगों ने दर्जी कन्हैया लाल की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या करने के बाद एक वीडियो जारी करते हुए इसे इस्लाम के अपमान का बदला बताया। 

हत्या के बाद आरोपियों ने वीडियो किया जारी
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में मृतक कन्हैया लाल के बेटे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके विरोध में मंगलवार को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े दर्जी कन्हैया लाल की हत्या कर दी। 

इसके बाद खून से सने हथियार को दिखाकर हंसते हुए एक वीडियो जारी किया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी दी गई। घटना के मौलाना रशीद फिरंगी महली ने कहा कि ऐसे वारदात करने वालों के खिलाफ कानून को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

'देश में अमन और शांति बनाए रखें'
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद ने भी कहा है कि समाज में सभी के साथ प्यार और मोहब्बत के साथ एक अच्छे माहौल में रहना है। किसी भी व्यक्ति के ऊपर जुल्म और ज्यादती नहीं करनी है। पैगंबरे इस्लाम ने तो अपने बड़े से बड़े दुश्मनों को भी माफ कर दिया। इसलिए सभी से अपील है कि देश में अमन और शांति बनाए रखें।

एतराज दर्ज कराने के लिए लें कानून और संविधान का सहारा 
दारूल उलूम फरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि जिस तरह से राजस्थान के उदयपुर से वहशियाना और अफसोसजनक मामला सामने आया है, उसकी कड़ी निंदा करते हैं। हमारे देश में कानून है संविधान है, अगर किसी भी व्यक्ति को अपना एतराज दर्ज कराना है तो कानून और संविधान ने उसको अधिकार दिया है। अपनी बात हुकूमतों (सरकार) तक पहुंचाने के रास्ते हैं। 

संविधान और कानून को हाथ में लेकर इस तरह की घटना करने का अधिकार किसी को भी नहीं दिया गया है। इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि जो भी सख्त से सख्त सजा हो वह आरोपियों को दी जाए। ताकि आने वाले समय में इस तरह मिसाले देखने को न मिले।

उदयपुर हत्याकांड पर बोले मुस्लिम धर्मगुरु- ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि दोबारा कोई ऐसा कदम न उठा सके

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