चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों और पहाड़ से गिरने के कारण अब तक 62 यात्रियों की मौत हो चुकी है। यात्रा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से चार धाम के दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों की स्वास्थय जांच की जा रही है।
देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा तीन मई को शुरू हुई थी। जिसके बाद दिन प्रतिदिन लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन वहीं दूसरी ओर मौसम का कहर भी जारी है साथ ही स्वास्थ्य के चलते लोगों की मौत भी हो रही है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर दो यात्रियों की दिल का दौरान पड़ने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार कपाट खुलने के बाद से अभी तक 30 यात्रियों की मौत हो चुकी है। उधर यमुनोत्री धाम में भी दो तीर्थयात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
इसी कड़ी में सोमवार को बावन राव (70), निवासी सखाराम साउले, अकोला महाराष्ट्र की केदारनाथ में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। जबकि एक अन्य यात्री की भी मौत हुई है, जिसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। सीएमओ डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि सोमवार को पैदल मार्ग से धाम तक करीब 1538 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चार धाम के दर्शन के लिए जाने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
उत्साह के चलते हो रही स्वास्थ्य परेशानी
चार धाम यात्रा में अब तक स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों और पहाड़ी से गिरने के कारण 62 यात्रियों की मौत हो चुकी है। सोमवार सुबह 8 बजे जानकीचट्टी पार्किंग में गोकुल प्रसाद निवासी उज्जैन मध्य प्रदेश की तबीयत खराब हो गई, जिसे पीएचसी ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने गोकुल प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। वहीं शाम पौने पांच बजे मुंबई निवासी दिलीप सेठ (63) की जानकीचट्टी में हार्ट अटैक से मौत हो गई। वहीं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ शैलेजा भट्ट ने बताया कि चार धाम यात्रा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है। इसकी वजह से उन्हें स्वास्थ्य संबंधित दिक्कतों के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है।
एयरलिफ्ट कर लाया गया एम्स ऋषिकेश में
बता दें कि सोमवार को केदारनाथ यात्रा पर गए एक पुरुष यात्री की तबीयत बिगड़ने पर एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया। यात्रा पर निकले श्रद्धालु का पहले किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी। ऑक्सीजन का स्तर 65 एसपीओ पहुंचने के कारण यात्री को लिंचोली स्थित मेडिकल रिलीफ कैंप लगाया गया। जहां डॉक्टरों की टीम ने यात्री का ऑक्सीजन स्तर 90 एसओपी पर पहुंचाया। उसके बाद उसे एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश लाया गया।
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