गाजियाबाद की नगर पालिका लोनी की चेयरमैन ने राष्ट्रीय लोकदल पार्टी का दामन थाम लिया है। जिसकी वजह से भारतीय जनता पार्टी को वेस्ट यूपी से बड़ा झटका लगा है। प्रेसवर्ता में चेयमैन ने ऐलान किया है कि वह जल्द ही एक बड़ी रैली का आयोजन करेंगी।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में दोबारा सत्ता में वापसी करने वाली भारतीय जनता पार्टी को पश्चिमी हिस्से से झटका लगा है। दरअसल मंगलवार को नगर पालिका लोनी की चेयरमैन रंजीता धामा और उनके पति मनोज धामा ने बीजेपी को छोड़ दिया। इसके साथ ही दोनों ने राष्ट्रीय लोकदल पार्टी ज्वाइन की है। उसके बाद भाजपा को छोड़कर राष्ट्रीय लोक दल में शामिल होने के दौरान मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में रंजीता धामा का कहना है कि बहुत जल्द एक बड़ी जनसभा आयोजित करते हुए विरोधियों को एक नया संदेश दिया जाएगा।
नंदकिशोर गुर्जर पर लगाए थे गंभीर आरोप
राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हुई रंजीता धामा पिछले नौ महीने से भी अधिक समय से बगावती तेवर अपनाए हुए थी। इतना ही नहीं इस दौरान बीजेपी के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर निशाने पर रहे थे। बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में रंजीता धामा ने लोनी विधानसभा सीट से भाजपा से बगावत करके चुनाव लड़ा था। इसके अलावा चुनाव से कुछ दिनों पहले ही रंजीता ने फेसबुक लाइव में बीजेपी के लोनी सीट से प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर पर गंभीर आरोपी लगाते हुए मुख्यमंत्री आवास के बाहर सुसाइड की धमकी भी दी थी। उनका आरोपी था कि लोनी से वर्तमान विधायक और बीजेपी प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर उनका नामांकन रद्द करवाने की कोशिश में हैं। उन्होंने आगे कहा था कि अगर ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री आवास के बाहर परिवार समेत सुसाइड कर लेंगी।
रंजीता के खिलाफ दर्ज है तीन आपराधिक मुकदमे
आपको बता दें कि लोनी नगर पालिका की चेयमैन रंजीता धामा सिर्फ 12वीं पास है। उनके खिलाफ तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। साल 2017 के निकाय चुनाव में करीब 81 हजार वोट मिले थे और अपनी प्रतिद्वंद्वी मेहरीन असद मुखिया को 33,950 मतों से हराया था। इस दौरान समाजवादी पार्टी की मेहरीन असद को 47,759 वोट मिले थे। रंजीता के पास 23.78 लाख रुपए की चल और 22.50 लाख रुपए की अचल संपत्ति है। वहीं पति मनोज धामा के पास 12.50 लाख रुपए की चल, 4.60 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति के साथ-साथ 2.50 लाख रुपए का ऋण है। बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर को टिकट देने को लेकर खिलाफत कर रहीं लोनी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रंजीता बागी उम्मीदवार के तौर पर यहां से लड़ी तो थी लेकिन हार का सामना करना पड़ा था।
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