यूपी के गोरखपुर से एक बार फिर रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जहां एक चचेरा भाई अपनी ही विधवा बहन के तीन लाख रुपए धोखे से हड़प लेता है। इसकी जानकारी बहन को तब होती है जब वह बैंक से पैसा निकालने के लिए जाती है। पीड़िता थानों के चक्कर काटकर न्याय की गुहार लगा रही है।
रजत भट्ट
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों में कई दिनों से लगातार आ रही ऐसी घटनाएं सामने आई है जिससे रिश्ता शर्मसार हो गया। लोग पैसों को लेकर अपने ही भाई, पिता, बहन की हत्या कर देते है। ऐसे लोगों के लिए रिश्ता कोई मायने नहीं रखता बल्कि उनके लिए धन ही सबकुछ होता है। लालची लोग पैसों के लिए कुछ भी कर सकते है। ऐसा ही मामला गोरखपुर के बांसगांव से सामने आया है। जहां एक विधवा बहन से चचेरे भाई ने तीन लाख रुपए हड़प लिए है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इसे हड़पने के लिए भाई ने षडयंत्र रच डाला और एक साल पहले वह देख-रेख के लिए अपने साथ लेकर आया था।
सात साल पहले पीड़िता के पति का हुआ था निधन
पीड़ित महिला से चचेरे भाई ने विधवा बहन से धोखाधड़ी से बैंक में जमा करीब तीन लाख रुपए अपने बैंक में ट्रांसफर करा लेता है। भाई की इस हरकत से अंजान बहन अब थानों के चक्कर काट कर न्याय की गुहार लगा रही है। पीड़ित महिला इसरावती देवी जो बांसगांव थाना क्षेत्र के अतरौली निवासी है। बैंक के पैसे हड़पने के बाद महिला ने पुलिस को तहरीर दी है। साथ ही सीओ बांसगांव को बताया कि उसके पति लखराज यादव का सात साल पहले निधन हो गया था। उसकी कोई संतान भी नहीं है। आगे कहती है कि एक साल पहले ही उसका चचेरा भाई रामअवध निवासी ग्राम डडियाहथ मलाड थाना सिकरीगंज उसके घर अतरौली रामअवध आया और बहन की सेवा करने के नाम से वह उसे अपने घर ले गया।
सीओ ने इंस्पेक्टर से जांच के बाद मांगी आख्या
आरोपी युवक रामअवध को जब पता चला ही उसकी बहन के पास बैक के खातों में तीन लाख रुपए है तो उसने पूरी रंजिश के तहत इस घटना को अंजाम दिया और तीन लाख रुपए इसरावती देवी के खाते से ट्रांसफर करा लिया। पिछले वर्ष जुलाई में राम अवध इसरावती को लेकर उसके घर अतरौली आया। इसी दौरान इस घटना को उसने अंजाम देने की सोची। फिर कुछ अन्य लोगों को साजिश में शामिल करके राम अवध ने धोखाधड़ी से इसरावती से कुछ कागजातों पर अंगूठे की दस्तखत करा लिए। वहीं कुछ दिन बाद इसरावती जब कुछ रुपए निकालने बैंक पहुंचती है। तब उसे बैंक कर्मियों ने बताया कि उसके खाते से 2,91,331 रूपये रामअवध के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया हैं। इस घटना की सूचना जब सीओ बांसगांव को मिली तो उन्होंने इसकी जांच कराकर इंस्पेक्टर से आख्या मांगी है।
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