दारोगा के द्वारा प्रेमिका को कमरे से बाहर निकाले जाने के बाद बड़ा बवाल सामने आया। प्रेमिका ने आत्महत्या का प्रयास किया जिसके बाद मामले में एसएसपी ने दारोगा पर गाज गिराई है। दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।
गोरखपुर: चौरी-चौरा थाने में तैनात दारोगा विनय कुमार की प्रेम कहानी को लेकर थाने में जमकर ड्रामा हुआ। इसके बाद नाराज दारोगा ने महिला को घर से बाहर निकाल दिया। आहत महिला रेलवे लाइन पर जान देने के लिए पहुंची तो किसी तरह से महिला सिपाही उसे बचाकर थाने लाई। आरोपित से उसे घर भेज दिया गया। मामले के सामने आने के बाद से ही आरोपित दारोगा गायब है। मामले में एसएसपी ने दारोगा को निलंबित कर जांच एसपी उत्तरी को सौंप दी है।
कप्तानगंज थाने में तैनाती के दौरान हुई थी मुलाकात
ज्ञात हो कि बलिया के रसड़ा निवासी दारोगा विनय कुमार की तैनाती चौरी चौरा थाने में है। उनकी जान पहचान कुशीनगर में तैनाती के बीच कप्तानगंज निवासी ब्यूटी पार्लर संचालिका से हुई थी। आरोप है कि दारोगा ने तकरीबन छह साल तक उसे पत्नी की तरह से रखा। इस बीच दोनों ने मंदिर में जाकर शादी भी कर ली। हालांकि पांच दिन पहले वह चौरी चौरा में स्थित आवास पर पहुंची गई और उसके बाद उनके साथ ही थी। इसी दौरान शनिवार को इस रिश्ते का जानकारी स्वजनों को देने के साथ ही जब घर चलने की बात कही गई तो महिला की पिटाई कर दी गई। इसके बाद उसे कमरे से भी बाहर निकाल दिया गया। आहत होकर महिला जान देने के लिए रेलवे लाइन के पास पहुंच गई।
एसपी उत्तरी को सौंपी गई जांच
प्रभारी निरीक्षक चौरी चौरा मनोज कुमार पांडेय की ओर से जानकारी दी गई कि महिला की ओर से कोई भी तहरीर नहीं दी गई है। मामले को लेकर उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है। इस बीच एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने दारोगा को भी निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एसपी उत्तरी को सौंप दी गई है। इस मामले में रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पहले से शादीशुदा है दारोगा
महिला की दारोगा से मुलाकात कप्तानगंज थाने में हुई थी। वह किसी मामले को लेकर शिकायत करने आई थी। इसी बीच दोनों की जान पहचान होने पर फोन पर बातचीत होने लगी। नजदीकी बढ़ने पर शादी का वादा कर शारीरिक संबंध भी बनाए गए। इस बीच जब महिला को पता लगा कि दारोगा पहले से शादीशुदा है तो उसने विरोध किया। हालांकि दारोगा ने स्वजनों को मना लेने की बात कही। महिला दो बार आरोपित दारोगा के घर बलिया भी गई जहां से उसे पत्नी के विरोध के बाद वापस लौटना पड़ा। दो बार पंचायत भी हुई लेकिन पत्नी उसे घर में रखने को तैयार नहीं है।