जिलाधिकारी इन दिनों लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं। शिक्षा विभाग में स्कूलों के निरीक्षण के बाद अनुपस्थित पाए गए 21 शिक्षकों को डीएम ने निलंबित कर दिया है। इसी के साथ अन्य मामलों में भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
रजत भट्ट
गोरखपुर: पिछले कुछ समय से डीएम विजय किरन आनंद मुख्यमंत्री के आदेश पर भ्रष्टाचार खत्म करने के उद्देश्य से विभागों में स्टिंग ऑपरेशन करवा रहे हैं। इन्हीं विभागों में से एक विभाग शिक्षा विभाग भी है। जो कि काफी महत्वपूर्ण है। डीएम विजय किरन आनंद ने पिछले कुछ समय से शिक्षा विभाग पर अपनी कड़ी नजर बनाई और अधिकारियों की टीम बनाकर जिले भर के स्कूलों का निरीक्षण करवाया था, जिसमें तत्काल रुप से 21 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए थे जिन्हें डीएम ने निलंबित कर दिया।
17 मई को ही अधिकारियों की टीम बनाकर कराया गया था निरीक्षण
डीएम विजय किरन आनंद के दिशा निर्देश पर 17 मई को अधिकारियों की टीम ने माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया था। जिसमें 24 राजकीय और 117 अशासकीय सहायता प्राप्त समेत 141 माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया था। वहीं निरीक्षण में शामिल डीएम द्वारा नामित राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य व प्रवक्ता थे। इस निरीक्षण के दौरान विद्यालय में 51% तक की बच्चों की अनुपस्थिति देखी गई और वही 338 शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर थे। और 10 मातृत्व अवकाश पर 14 मेडिकल अवकाश पर और 19 ईएल पर पाएगा।
50 फीसदी से कम की उपस्थिति पर मांगा गया स्पष्टीकरण
इस निरीक्षण के बाद डीएम विजय किरन आनंद का रुख शिक्षा विभाग को लेकर और तेज हो गया। निरीक्षण के दौरान 50% से कम बच्चों की अनुपस्थिति पर डीएम ने डीआइओएस को संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण लेकर अवगत कराने के निर्देश दिए। आपको बता दें निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने 141 विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक नामांकित 99118 के सापेक्ष 50446 बच्चे अनुपस्थित मिले थे। वही निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहे अध्यापकों के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई है।
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