एसीएस गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में पुलिस के जवानों पर जो हमला हुआ है वह साजिश का हिस्सा है। इसको आतंकी घटना कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की जांच यूपी एटीएस को दी गई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ एक साथ काम करेंगे।
लखनऊ: गोरखपुर मंदिर हमला पर यूपी एटीएस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि इसे आतंकी घटना कहा जा सकता है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि शाम लगभग सात बजे एक व्यक्ति मंदिर के गेट नंबर एक पर धारदार हथियार से हमला किया और धार्मिक नारे लगाए। प्रशांत कुमार ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर पहले से हमले का अलर्ट था। पुलिस की सतर्कता से हादसा टला दो जवानों को गंभीर चोटें आईं। बड़ी साजिश रची गई थी।
एसीएस गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर में पुलिस के जवानों पर जो हमला हुआ है वह साजिश का हिस्सा है। इसको आतंकी घटना कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की जांच यूपी एटीएस को दी गई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ एक साथ काम करेंगे। जिन तीन जवानों ने घटना को विफल किया, गोपाल गौड़, अनिल पासवान और अनुराग राजपूत को 5 लाख रुपए नकद इनाम देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि इसके लैपटॉप-मोबाइल में जो भी जानकारी मिली है उसकी गंभीरता से जांच की जाए। जरूरत पड़ने पर प्रदेश के बाहर से भी साक्ष्य जुटाए जाएंगे।
घायल जवानों को दिए जाएंगे 5-5 लाख रुपए
यूपी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि कल गोरखनाथ मंदिर में हमारे दो कर्मियों पर हमला करने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया गया है। वह गोरखपुर का रहने वाला है, उसके पास से दरांती बरामद हुई है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसमें आतंकी एंगल हो सकता है, मामला एटीएस को ट्रांसफर किया जाएगा। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती थी। यूपी एटीएस और यूपी एसटीएफ मामले की जांच करेगी। इस घटना का भंडाफोड़ करने वाले 3 पीएसई कांस्टेबल को सीएम द्वारा घोषित 5 लाख रुपये दिए जाएंगे। यह एक बड़ी साजिश लग रही थी, लेकिन जांच प्रारंभिक चरण में है।'
गंभीर साजिश की थी तैयारी
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि शाम 7 बजे गेट नंबर एक पर एक व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया और धार्मिक नारे लगाए। दो जवानों गोपाल गौड़ और अनिल पासवान को गंभीर चोटे आईं हैं। वहां के सजग पुलिसकर्मियों ने उस व्यक्ति को काबू किया और गिरफ्तार किाया है। उसके पास से जो चीजें मिली हैं, उनसे लगता है कि यह गंभीर साजिश की तैयारी थी। हम लोग इससे इनकार नहीं कर सकते कि यह आतंकी घटना नहीं थी। एटीएस की टीम वहां गई है। जो दस्तावेज हम लोगों को मिले हैं वे काफी सनसनीखेज हैं।
गोरखनाथ मंदिर में तैनात जवानों पर धारदार हथियार से हमला, बम से उड़ाने की मिल चुकी है धमकी