गोरखपुर में थाने की चौखट पर कानून की दहलीज में ही बुधवार को कानून तार-तार हो गया। थाना परिसर में ही स्थित मंदिर में महिला की उसके देवर से शादी करा दी गई। जबकि, महिला का अभी पहले पति से तलाक ही नहीं हुआ है।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में कानून को तार-तार होने का मामला सामने आया है। बुधवार को कानून की दहलीज पर कानून की धज्जियां उड़ गई। ऐसा इसलिए क्योंकि थाना परिसर में स्थिति मंदिर में महिला की उसके देवर से शादी करा दी गई। जबकि महिला का पहले पति से तालाक ही नहीं हुआ है। कानून व हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार तलाक के बिना दूसरी शादी करना अपराध है। लेकिन थाना परिसर के मंदिर में शादी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसके बाद चौरीचौरा इंस्पेक्टर ने पूरे मामले को लेकर कहा कि उनको कोई जानकारी ही नहीं है। वहीं एसपी ने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट पुलिस क्षेत्राधिकारी से मांगी है।
आरोपी युवक को शादी के लिए किया तैयार
जानकारी के अनुसार चौरीचौरा इलाके में रहने वाली महिला ने बुधवार को थाने में प्रार्थनापत्र दिया था। उसका आरोप था कि पति शारीरिक रूप से विकलांग है। इसी का फायदा उठाकर उसके देवर ने दुष्कर्म किया। इसलिए देवर से शादी करा दी जाए। पुलिस को प्रार्थना पत्र मिलते ही सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को थाने में पकड़कर ले आई। ऐसा बताया जा रहा है कि युवक को दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं यह भी कहा गया कि समझौता करके भाभी से शादी रचा लो तो जेल जाने की नौबत नहीं आएगी। इसी वजह से युवक भी शादी के लिए तैयार हो गया। युवक के राजी होते ही पुलिस ने थाना परिसर स्थित मंदिर में दोनों की शादी करा दी।
थाने में शादी की होगी गंभीरता से जांच
पुलिस द्वारा ऐसा कराए जाने पर इसे उपलब्धि के तौर पर पेश किया। फोटो व प्रेस रिलीज जारी करके वाहवाही लूटने का प्रयास भी किया। लेकिन यह ध्यान नहीं दिया कि थाने की चौखट पर ही कानून का खुला उल्लंघन किया गया। महिला के साथ हुए दुष्कर्म के आरोपी से शादी करा दी गई। इतना ही नहीं यह भी नहीं देखा गया कि महिला पहले से शादीशुदा है और उसका पहले पति से तलाक हुआ है या नहीं? यह मामला अधिकारियों के संज्ञान में आया तो पुलिस बैकफुट पर आ गई और पूरे प्रकरण से पल्ला झाड़ने में जुट गई। इस मामले में मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि महिला ने तहरीर दी थी। लेकिन, मंदिर में शादी की जानकारी नहीं है। इससे पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने कहा कि प्रकरण की जानकारी हुई है। यह गंभीर मामला है। इसकी जांच सीओ चौरीचौरा को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।