यूपी के हरदोई जेल में बंदी ने धारदार हथियार से गला रेतकर आत्महत्या कर ली है। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बंदी दहेज उत्पीड़न के मामले में जेल में बंद था।
हरदोई: उत्तर प्रदेश के जिले हरदोई से बड़ी घटना सामने आई है। शहर में स्थित जिला कारागार में इस हादसे से हड़कंप मच गया। दरअसल जेल में बंद एक बंदी ने धारदार हथियार से अपना गला रेतकर आत्महत्या कर ली। उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेल में बंदी द्वारा आत्महत्या की घटना के बाद से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। बंदी द्वारा धारदार हथियार से सुसाइड करने की सूचना उसके परिजनों को दी गई है। सुसाइड करने वाला बंदी दहेज एक्ट मामले में साल 2020 में बंद था। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जेल में इतनी बड़ी वारदात जेल प्रशासन पर तमाम सवालिया निशान खड़े कर रही है।
साल 2020 से दहेज उत्पीड़न मामले में था बंद
इस घटना के बाद से जेल के अंदर से बंदी रक्षक की लापरवाही की बात सामने आ रही है। लेकिन इस बड़ी वारदात के बाद से जले प्रशासन काफी सख्ते में आ गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने जेल पहुंचकर घटना स्थल का बारीकी से मुआयना तो किया लेकिन इस घटना की वजह से जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो रहे है। जानकारी के अनुसार जिला कारगार में जिस कैदी ने धारदार हथियार से आत्महत्या की वह दहेज उत्पीड़न मामले में साल 2020 से बंद था। वह सांडी थाना क्षेत्र के काईमऊ गांव निवासी सलमान पुत्र नौशाद 19 सितंबर 2020 से दहेज एक्ट के मामले में बंद था।
जेल में बंदी रक्षक की लापारवाही आई सामने
जेल में दोपहर के बाद कैदियों की गणना हो रही थी तो गणना कराने के बाद अचानक से सलमान ने धारदार हथियार से अपना गला रेत लिया। बंदी द्वारा गला रेते की घटना से पूरी जेल में हड़कंप मच गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसको जेल के सुरक्षाकर्मी जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है, जिसके बाद उनका रो- रोकर बुरा हाल है। इस मामले में जेलर संजय कुमार सिंह ने बताया कि एक बंदी रक्षक द्वारा लापरावाही बरतने की बात सामने आ रही है। मामले की जांच की जा रही है और इस पूरे मामले में जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी।
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