यूपी के कुशीनगर जिले में रशियन लड़की और हिंदूस्तानी लड़के की शादी की चर्चा चारों तरफ हो रही है। दोनों के बीच आ रही सरहद की दीवार को तोड़कर अपने प्यार को मुकम्मल किया। शहर के एक लड़के और रूस की एक लड़की का प्रेम कुछ ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों ने विवाह कर लिया।
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों प्यार का रिश्ते को मुकम्मल तक ले जाने के लिए लोग सारी कोशिशे करते है। कोई धर्म की दीवार को तोड़ रहा तो कोई सरहद की दीवार को तोड़कर अपने रिश्ते को कामयाब बना रहे है। इसी प्रकार एक हिन्दुस्तानी दूल्हा और रशियन दुल्हन ने सात फेरों के पवित्र बंधन में बंध गए। दोनों की शादी के साक्षी बने चार देशों के बाराती भी शामिल रहे। यह मामला राज्य के कुशीनगर जिले का है। जहां मंगलवार को एक गांव में ऐसा मंगल कार्य संपन्न हुआ, जिसकी चर्चा सिर्फ वहीं नहीं बल्कि आसपास जगहों पर भी हो रही है।
रशियन युवती आ पहुंची कुशीनगर
दरअसल शहर के एक युवक पर विदेश लड़की का दिल आ गया, अपने प्यार को पाने की चाहत में लड़की अपना देश छोड़ कुशीनगर आ पहुंची और हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। इस शादी की चर्चा खूब हो रही है क्योंकि इसमें न केवल सरहदों की दीवारें गिर गई बल्कि यह साबित हो गया कि अगर प्यार सच्चा है तो जाति-मजहब और सरहदीं दिवारों का कोई मतलब नहीं है। इसका उदाहरण रूस के रहने वाली जारा लाल जोड़े में पिया मिलन की आस लिए तीन देशों की सरहद लांघ आईं और अपने प्यार को मुकम्मल किया।
ऑस्ट्रिया में हुई थी दोनों की मुलाकात
शहर के रहने वाले डॉ. दीपक सिंह से ब्याह रचाने जब दुल्हन जारा पहुंचीं तो हर कोई हैरान रह गया क्योंकि यह शहर में इस प्रकार का पहला मामला था, जब कोई सरहद पार की दुल्हन खुद हिन्दुस्तानी बनने कई देशों की दीवारें लांघ आई। मंगलपुर गांव के रहने वाले दीपक मेडिकल की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रिया पहुंचे थे। यहीं उनकी मुलाकात जारा से हुई। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और मोहब्बत हो गई। फिर क्या रिश्ते के आगे सरहदों की दीवारें भी छोटी पड़ गई। ऑस्ट्रिया के एलेनिया स्टेट की रहने वालीं जारा ने जब सबकुछ छोड़कर दीपक के साथ जाना तय किया। उसके बाद दीपक ने भी जारा का हाथ थामने में पीछे नहीं हटे।
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