लखनऊ और कानपुर में कई जगहों पर आयकर विभाग द्वारा बुधवार को छापेमारी की गई। इस दौरान लखनऊ में राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय के घर पर भी टीम पहुंची।
लखनऊ: आयकर विभाग की टीम ने बुधवार को लखनऊ और कानपुर में चार ठिकानों पर छापेमारी कर जांच शुरू की। इस दौरान लखनऊ में एक जबकि कानपुर में चार ठिकानों पर छापेमारी की गई। राजधानी लखनऊ में राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय के कैसरबाग थाना क्षेत्र अंतर्गत लालकुआं स्थित आवास पर छापेमारी की गई।
कानपुर में भी तीन ठिकानों पर छापेमारी जारी
आपको बता दें कि गोपाल राय लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से भी जुड़े रहें। वहीं कानपुर में सपा नेता के तीन ठिकाने जांच के दायरे में रहे। यहां सुबह आठ बजे से ही टीमें जांच में जुटी हुई हैं। आयकर विभाग की ओर से पड़े छापे के दौरान पार्टी फंड के करोड़ों रुपए, चंदे का लेन-देन आदि विषयों को लेकर छापेमारी की कार्रवाई हो रही है। छापेमारी की कार्रवाई को लेकर अभी कोई भी अधिकार कुछ कहने को तैयार नहीं है। बताया जा रहा है कि एक बार कार्रवाई पूर्ण होने के बाद ही इसको लेकर कई भी जानकारी साझा की जा सकेगी।
बीजेपी से नाराज चल रहे थे गोपाल राय
गौरतलब है कि इन दिनों गोपाल राय बीजेपी से नाराज चल रहे थे। इस नाराजगी का कारण था कि विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी के किसी भी नेता को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। इसको लेकर कुछ दिन पहले ही उनके द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई थी। ज्ञात हो कि यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय समाजवादी पार्टी ने बीजेपी को अपना समर्थन दिया था। मीडिया को गोपाल राय के द्वारा बताया गया कि उनकी पार्टी ने पीएम मोदी की एक भारत, श्रेष्ठ भारत और सबका साथ सबका विकास की नीतियों का समर्थन किया था। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सोचा था कि पीएम मोदी के विचारों को आगे बढ़ाया जाएगा। हालांकि विधानसभा चुनाव से पहले यह वादा किया गया था कि दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री की जिम्मेदारी दी जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।