सदर से भाजपा विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने वर्ष 2017 में सपा से सीट छीनी थी। ऐसे में सपा यहां वापसी के लिए तो बसपा जीत का खाता खोलने के लिए तरह रही है। साल 1952 में हुए पहले आम चुनाव से ही इस विधानसभा सीट से पहले विधायक के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखदेव प्रसाद निर्वाचित हुए।
अनुराग पाण्डेय
गोरखपुर:विधानसभा चुनाव (vidhansabha chunav) में गोरखपुर मंडल के महाराजगंज जिले की सुरक्षित सदर सीट (sadar seat)पर भाजपा (BJP) और सपा (SP) की कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। यहां सियासी समीकरण हमेशा बदलते रहते हैं। महाराजगंज की जनता हर बार एक नया प्रयोग करती है। यहां के वोटर कभी किसी एक पार्टी या नेता से प्रेरित नहीं हुए। हर बार ये अपना टेस्ट बदल देते हैं। फिलहाल इधर हुए विधानसभा चुनाव पर प्रकाश डाला जाए तो एक चीज देखने को मिलती है कि भाजपा और सपा के ही प्रत्याशी को यहां से जीत मिली है। वहीं कांग्रेस (congress) और बसपा (BSP) इस सीट पर जीत का स्वाद चखने को तरस रहे हैं। आइए जानते हैं महाराजगंज सदर सीट (Maharaj Ganj sadar seat) पर कैसे सियासी समीकरण बदलते रहे हैं।
सदर से भाजपा विधायक जयमंगल कन्नौजिया (Jay mangal kannojjiya) ने वर्ष 2017 में सपा से सीट छीनी थी। ऐसे में सपा यहां वापसी के लिए तो बसपा जीत का खाता खोलने के लिए तरह रही है। साल 1952 में हुए पहले आम चुनाव से ही इस विधानसभा सीट से पहले विधायक के रूप में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखदेव प्रसाद निर्वाचित हुए। सुखदेव प्रसाद के बाद इसी सीट से जीतकर चंद्रकिशोर प्रसाद भाजपा सरकार में राज्यमंत्री बने। पिछले चार चुनाव में यहां सपा व भाजपा के बीच मुकाबला रहा है। 15वें और 16वें विधानसभा चुनाव में सपा के प्रत्याशी श्रीपति आजाद व सुदामा प्रसाद ने बाजी मारी। जबकि पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा के उम्मीदवार जयमंगल कन्नौजिया एमएलए चुने गए। साल 1977 से अब तक के राजनीतिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो सबसे अधिक पांच बार बीजेपी इस सीट से जीत का पंच लगा चुकी है। इसमें भाजपा प्रत्याशी चंद्रकिशोर ने हैट्रिक लगाई है।
वर्ष 2017 में दूसरे नंबर पर थी बसपा
वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में महराजगंज सदर सीट पर कुल 9 प्रत्याशी मैदान में थे। मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच रहा। महराजगंज सदर सीट पर कुल 386,617 मतदाता थे, इसमें से 247,216 वोटरों ने मतदान किया। भाजपा प्रत्याशी जयमंगल कन्नौजिया को 125154 वोट मिले। दूसरे नम्बर पर बसपा के निर्मेष मंगल रहे, उन्हें 56,793 वोट मिले थे। कांग्रेस प्रत्याशी आलोक प्रसाद तीसरे नंबर पर थे।
सबसे अधिक अनुसूचित वोटर
महाराजगंज सदर सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 4 लाख के करीब है। इसमे दो लाख से अधिक पुरूष मतदाता जबकि एक लाख 87 हजार महिला वोटर हैं। जाति समीकरण पर अगर गौर करें तो यहां सबसे अधिक एक लाख 25 हजार अनुसूचित जाति के वोटर हैं। इसके अलावा 30 हजार ब्राहम्ण, 80 हजार पिछड़ी जाति, 55 हजार मुस्लिम और अन्य जातियां हैं। साक्षरता दर 62.8 फीसदी है।
कांग्रेस के 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' अभियान की पोस्टर गर्ल बीजेपी में शामिल