यूपी के झांसी जिले में हमलावरों ने तीन लोगों पर हथौड़े से हमला कर दिया। इस दौरान एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो अन्य को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने बताया कि जमीन विवाद का मामला सामने आया है।
झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कुछ हमलावरों ने तीन युवकों पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने तीनों के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़े ठूंसकर उनकर हथौड़े से हमला किया गया। इस दौरान एक युवक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद घायलों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जिसमें से एक की हालत ज्यादा खराब होने पर डॉक्टर ने उसे ग्वालियर रेफर कर दिया है। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
जमीन विवाद के चलते दिया गया घटना को अंजाम
बताया जा रहा है कि जमीनी विवाद के चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया है। सफा गांव में रहने वाले 40 वर्षीय मनोज अहरिवार पुत्र बबूलाल और हंसारी निवासी विनोद मिलकर मथुरापुरा रोड पर एक अपेक्स फैक्ट्री का निर्माण करवा रहे थे। उन दोनों ने करीब दो सप्ताह पहले फैक्ट्री के पास 30 लाख में एक एकड़ जमीन खरीदी थी। बीते शुक्रवार को जब मनोज और विनोद रजिस्ट्री के लिए तहसील पहुंचे तो मालिक ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया। जिसके बाद उसे शनिवार को 2.05 लाख रुपए बयाना वापस करना था। वहीं जमीन का सौदा कैंसिल होने के बाद शुक्रवार की रात निर्माणाधीन फैक्ट्री में पार्टी थी। विनोद के फोन कर बुलाने पर मनोज बाइक लेकर घर से निकला था। उसने रास्ते से मजदूर दुर्गापुर निवासी साहब रजक पुत्र प्रकाश को भी साथ ले लिया।
हमलावरों ने किया जानलेवा हमला
इस पार्टी में कुल 7 लोग शामिल हुए थे। वहीं देर रात विनोद और अन्य तीन लोग पार्टी से चले गए थे। इसके बाद अज्ञात हमलावरों ने मनोज अहिरवार, साहब रजक और महेश पर जानलेवा हमला कर दिया। जब सुबह परिजन मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीनों के हाथ-पैर बंधे थे और मुंह में कपड़ा ठुसा हुआ था। इसके बाद फौरन मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मनोज की दादी सुंदर बाई ने पुलिस को बताया कि साहब रजक, उसकी पत्नी संगीता, दो बच्चे और वह फैक्ट्री के सामने मुर्गी फार्महाउस में रहते हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की शाम को मनोज बाइक लेकर आया और पोते साहब को अपने साथ लेकर चला गया। इसके बाद साहब पार्टी से वापस नहीं आया। जब परिजनों ने उसे फोन लगाया तो उसका नंबर स्विच ऑफ बता रहा था।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इसके बाद जब विनोद को फोन लगाया तो उसने बताया कि वह अपने घर पर है और साहब को फैक्ट्री में छोड़ आया। विनोद ने कहा कि बारिश हो रही थी इसलिए साहब फैक्ट्री में ही सो गया। सुंदर बाई ने बताया कि जब वह सुबह होने पर फैक्ट्री पहुंची तो चारपाई पर पोता पड़ा था। जिसके बाद वह बाकी लोगों को घटनास्थल पर बुलाकर लाईं। इस दौरान महेश और पोते की सांसे चल रही थीं। वहीं मनोज की मौत हो चुकी थी। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए दो टीमों का गठन किया गया है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
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