झांसी के जिला अस्पताल में लोग दूर-दराज से इलाज के लिए आते है। ओपीडी वॉर्ड के बाहर लंबी कतारें लगी रहती हैं। भीषण गर्मी में लोग लंबी यात्रा करके यहां पहुंचते हैं, लेकिन पानी नहीं है, सूखा पड़ा है।
झांसी: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार हर गर जल की योजना को आगो बढाने के लिए पूरी जी जान से लगी है। वहीं दूसरी तरक झांसी के एक अस्पतला में मरीज और उनके साथ के तीमारदारों को पानी के लिए तरसना पड़ता है। यहां सब कुछ है पर पानी नहीं है, वो कहते है ना कि पानी से पतला कुछ नहीं होता है, लेकिन यहां पर अस्पताल मों सब कुछ है बस पानी है। गर्मी को देखते हुए एक सबसे बड़ी दिक्कत की बात है। अस्पताल में ओपीडी वॉर्ड के बाहर लगा वाटर कूलर सूखा पड़ा है.पानी की आस में यहां पहुंचने वाले लोगों को यहां निराशा ही हाथ लगती है।
अस्पताल में इलाज तो मुफ्त है, बस पानी नहीं है
भीषण गर्मी में लोग लंबी यात्रा करके यहां पहुंचते हैं.ऐसे में प्यास लगना लाजमी होता है, लेकिन, लोगों को पीने का पानी यहां नसीब नहीं होता है।ओपीडी वॉर्ड के बाहर लगा वाटर कूलर सूखा पड़ा है। पानी की आस में यहां पहुंचने वाले लोगों को यहां निराशा ही हाथ लगती है। यहां पर आई एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि प्यास से मुंह सूख रहा है पर यहां पानी नहीं है। एक अन्य महिला ने बताया कि वह हर सप्ताह अपने बच्चे को यहां चेक अप के लिए लेकर आती हैं, लेकिन यहां पर पीने वाला पानी नहीं मिलता है। एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज तो मुफ्त में मिल जाता है, लेकिन पानी के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं। वॉटर कूलर के पास ही मेडिकल वेस्ट पड़ा दिखाई दिया। इससे बीमारियां फैलना स्वाभाविक है।
जिम्मेदार पर होगी कड़ी कार्रवाई
अस्पताल में पानी की किल्लत को लेकर जिला अस्पताल में सीएमएस डॉ राजेश कुमार सचान ने बताया कि 'जिस व्यक्ति को मोटर चलाने की जिम्मेदारी दी गई थी.उसने अपने काम में लापरवाही बरती। इस कारण वाटर कूलर में पानी नहीं पहुंचा। संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जायेगी'।
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