यूपी के झांसी जिले में भतीजे ने अपनी बुआ की धारदार हथियार से गला रेत दिया। उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह जुआ खेलता था और उसमें हजारों रुपए हार चुका था। सूदखोर उससे लगातार पैसे मांग रहे थे, छोटे भाई की बाइक छिनने के बाद वह अपने घर न जाकर बुआ के घर आया था।
झांसी: उत्तर प्रदेश के जिले झांसी में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। इस घटना के बाद से किसी भी रिश्ते पर आसानी से भरोसा नहीं किया जा सकेगा। शहर में एक भतीजे ने अपनी बुआ पर हमला करते हुए पैसे चुराने की कोशिश की। इतना ही नहीं भतीजे ने अपनी वृद्ध बुआ के मुंह में कपड़ा ठूंसकर उनका धारदार हथियार से गला रेत दिया। उसके बाद उनकी छाती पर बैठ गया जिससे वह छटपटाती रही। इसी बीच शोर सुनकर परिजनों की नींद खुल गई। आनन-फानन में परिजनों ने घायल अवस्था में बुजुर्ग महिला को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने महिला के गले पर 22 टांके लगाकर जान बचा ली।
सूदखोर ने बाइक को आरोपी से लिया छीन
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के सपीरी बाजार थाना क्षेत्र के खातीबाबा रोड नंदनपुरा में रहने वाले रामलखन प्रजापति के यहां का है और वह कृषि विभाग से रिटायर है। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई तो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। रामलखन ने पुलिस को बताया कि मेरे साले समथर के मोहल्ला कटरा में रहने वाले लालता प्रसाद की मौत हो गई। उनके बेटे संतोष बुलकिया की दिसंबर में शादी हुई पर वह जुआ का आदी है। उन्होंने आगे कहा कि वह जुए में बड़ी रकम हार गया है और सूदखोर उससे रुपए वापस मांग रहे थे। शनिवार को वह छोटे भाई की बाइक लेकर बाजार गया तो सूदखोर ने उससे बाइक छीन ली। जिसकी वजह से वह अपने घर नहीं गया।
मोबाइल को ठीक कराने के लिए आया है झांसी
प्रजापति ने पुलिस को आगे बताया कि संतोष रात 9 बजे हमारे घर आया और पूछने पर बताया कि मोबाइल खराब हो गया था तो ठीक कराने के लिए झांसी आया था। मोबाइल ठीक नहीं हो पाया इसलिए आज यहीं पर रुकेगा। इतना ही नहीं उसने 50 हजार रुपए की मांग की मगर पैसे नहीं थे तो देने से मना कर दिया। उसके बाद उसने अपनी 63 वर्षीय अपनी बुआ मुन्नी देवी से पूछा कि गहने कहां रखे हैं। भतीजा होने के कारण किसी ने कोई शक नहीं किया और उसकी बुआ ने बता दिया कि अंदर वाले कमरे की अलमारी में गहने रखे हैं। रात का खाने के बाद सब सो गए और आरोपी दस बजे चाबी ढूंढ़ने लगा पर गलती से चूड़ियों का डिब्बा गिरने पर पीड़िता मुन्नी देवी की आंख खुल गई।
आरोपी भतीजे ने लोहे के दरवाजे में लगा रखा था करंट
मुन्नी देवी कमरे में गई तो आरोपी भतीजे ने मुंह दबाया और कपड़ा ठूंस दिया। उसके बाद वह उनकी छाती पर बैठ गया। इस दौरान वह अपने साथ धारदार चाकू साथ लेकर आया था। चाकू से दो बार बुआ की गर्दन रेत दी। इतना ही नहीं संतोष ने लोहे के गेट में करंट लगा रखा था ताकि कोई कमरे में जाने की कोशिश न कर पाए। किसी तरह से गेट खोलकर संतोष को पकड़ा गया। पुलिस को वारदात की सूचना दी गई और मौके पर पहुंची पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार किया। साथ ही आरोपी भतीजे ने अपना गुनाह भी स्वीकार कर लिया। महिला को मेडिकल कॉलेज में लाकर भर्ती कराया गया, जहां उसके गले में 22 टांके आए है और अब उसकी हालत ठीक है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जुआ हारने पर आरोपी भतीजे संतोष बुलकिया पर कर्ज था। सूदखोरों से बचने के लिए वह 50 हजार रुपए मांग रहा था। पैसों का इंतजाम नहीं होने पर घर में चोरी की कोशिश की, लेकिन पकड़ा गया। इसके बाद उसने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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