लखीमपुर हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन के भाई हुए कांग्रेस में शामिल, कहा- तैयार हूं मैं

दरअसल तीन अक्टूबर को तिकुनियां में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मिलकर छत्तीसगढ़, पंजाब,और अकाली दल ने सहानुभूति व्यक्त करते हुए अर्थिक सहायता भी की थी उसके बाद राजनैतिक तौर पर कांग्रेस की बागडोर संभालने वाली प्रियंका गांधी ने निघासन आयी और काफी समय भी गुजारा। राजनीति को एक नए आयाम तक पहुचाने के लिए कांग्रेस ने सहानुभूति से जुड़े परिवार को आगे करते हुए मृतक रमन कश्यप के छोटे भाई पवन कश्यप को कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी बनाने के प्रयास में जुटी हुई है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2022 6:17 AM IST / Updated: Jan 19 2022, 12:12 PM IST

लखीमपुर खीरी: तिकुनियां हत्याकांड के मामले में मारे गए रमन कश्यप के भाई पवन कश्यप को कांग्रेस की तरफ से टिकट देने की जुगत में है। सहानुभूति में के चलते कांग्रेस ने सियासी दांवपेंच निघासन में विधान सभा से भी खेला है। निघासन के मूलनिवासी पवन कश्यप को अचानक दिल्ली से कांग्रेस हाईकमान की तरफ से बुलावा आ गया जिसके बाद रमन के भाई पवन ने कांग्रेसी नेताओं के बीच सदस्यता ग्रहण करते हुए राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी।

दरअसल तीन अक्टूबर को तिकुनियां में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिजनों से मिलकर छत्तीसगढ़, पंजाब,और अकाली दल ने सहानुभूति व्यक्त करते हुए अर्थिक सहायता भी की थी उसके बाद राजनैतिक तौर पर कांग्रेस की बागडोर संभालने वाली प्रियंका गांधी ने निघासन आयी और काफी समय भी गुजारा। राजनीति को एक नए आयाम तक पहुचाने के लिए कांग्रेस ने सहानुभूति से जुड़े परिवार को आगे करते हुए मृतक रमन कश्यप के छोटे भाई पवन कश्यप को कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी बनाने के प्रयास में जुटी हुई है।

सहानुभूति में जनता का रुझान कांग्रेस की तरफ होगा
चुनाव में सहानुभूति एक अलग मसला हो गया सहानुभूति में चुनाव जीतना उनके लिए आसान  होता है जिनका अस्तित्व जमीन पर होता है। जो जनता के बीच मे रहकर अपने माहौल को बनाए रखते उनके साथ सहानुभूति भी जुड़ी रहती है।लेकिन जब बात पार्टी वेश की होती है तो जनता अपने मत का प्रयोग बहुत ही सोच समझकर करती है।

पवन ने स्वीकारा,कांग्रेस ने लायक समझा तैयार हूं मैं
बगैर राजनैतिक दबाव में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने वाले मृतक पत्रकार रमन के भाई पवन ने कबूला की वह बगैर किसी राजनैतिक दबाव में कांग्रेस की सदस्यता लेकर जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। वहीं पवन ने यह भी बताया कि अगर कांग्रेस ने उन्हें इस लायक समझा है तो जरूर उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश की जाएगी। जनता ने सहयोग किया तो अपने भाई रमन को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी।

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