कानपुर में 22 हजार के चालान पर सदमे में ऑटो चालक ने उठाया खौफनाक कदम, पत्नी ने किया इस बात का खुलासा

यूपी के जिले कानपुर के सरसौल में एक ऑटो चालक ने 22 हजार का चालान होने की वजह से खुदकुशी कर ली। इस बात को लेकर मृतक युवक की पत्नी ने कई खुलासे किए है। ऑटो का चालान पहले जुलाई में कटा और उसके बाद सितंबर में, जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगा।

Asianet News Hindi | Published : Sep 12, 2022 4:42 AM IST

कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर के सरसौल में एक ऑटो का ऑनलाइन चालान होने की वजह से इतना परेशान था कि उसको जिंदगी खत्म करने के अलावा कोई रास्ता सूझा ही नहीं। युवक ने बिना पत्नी व बेटी के सोचे फांसी के फंदे में झूल गया। परिजनों का दावा है कि ढाई महीने के भीतर ऑटो के 22 हजार 500 रुपये के चालान हो गए। इसकी वजह से वह मानसिक तनाव में था। युवक की आत्महत्या की सूचना पर पुलिस पहुंची तो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर घरवालों को शव सुपुर्द कर दिया। 

युवक ने खरीदा था सेकेंड हैंड ऑटो
जानकारी के अनुसार मृतक युवक सुनील गुप्ता नर्वल कस्बा का निवासी था। ऑनलाइन चालान से तनाव में आए चालक सुनील गुप्ता (32) ने फंदा लगाकर जान दे दी। उसकी पत्नी ने फंदे पर शव लटकता देख पुलिस को सूचना दी। युवक की पत्नी का कहना है कि मानसिक तनाव की वजह से उन्होंने खुदकुशी कर ली। सुनील ने कुछ समय पहले एक सेकेंड हैंड ऑटो खरीदा था। इससे अपना परिवार चला रहे थे। परिवार में उसकी पत्नी संगीता व चार साल की बेटी है। पत्नी ने बताया कि पहले 21 जुलाई को ऑटो का 10 हजार ई-चालान हुआ। इसका मैसेज जब मोबाइल पर आया तब जानकारी हुई। तभी से वह काफी परेशान थे। इसके बाद से वह दस हजार रुपए जोड़कर चालान को खत्म करने में लग गए।

Latest Videos

दिन में किया था सुसाइड का प्रयास
21 जुलाई के बाद चार सितंबर को एक और चालान 12 हजार 500 रुपये का हो गया। जब इस चालान का मैसेज आया तो सुनील बेहद निराश हो गए। तब से ही वह मानसिक तनाव में रहते थे। संगीता का कहना है कि इसी वजह से सुनील ने खुदकुशी की। परिजनों का कहना है कि बरामदे में चादर के फंदे से लटककर सुनील जान देने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान एक पड़ोसी ने देख लिया था तो उसने वहां पहुंचकर सुनील को समझाया था। इसकी जानकारी परिजनों को भी दी थी। संगीता ने बताया कि देर रात में जब वह व उनकी बेटी सो गई थी तब सुनील ने खुदकुशी कर ली।

मामूली कमाई थी ऑटो चालक की
मृतक युवक के माता-पिता नहीं है और उसने बेटी को गोद लिया था। संगीता का कहना है कि सुनील की बहुत मामूली कमाई थी, जिससे परिवार का खर्च निकलता था। चालान का जुर्माना नहीं भर पा रहे थे और उनकी मौत के बाद से दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो जाएगा। वहीं इस मामले में एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह का कहना है कि परिजनों का दावा है कि सुनील ने चालान होने की वजह से खुदकुशी की है। इसकी जांच कराई जा रही है। उसके बाद स्पष्ट हो जाएगा कि आखिर आत्महत्या करने की वजह क्या थी। उन्होंने आगे कहा कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर चालान किए जाते हैं।

हरदोई में प्रधान के बेटे की चप्पलों से हुई पिटाई, गांव की युवतियों ने लगाए गंभीर आरोप, जानिए पूरा मामला

Share this article
click me!

Latest Videos

कौन हैं मुकेश अहलावत? आतिशी की टीम सबसे ज्यादा इनकी चर्चा क्यों
UP के जैसे दिल्ली में भी... आतिशी ने BJP पर किया सबसे बड़ा वार
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts
पितरों को करना है प्रसन्न, घर में ही कर सकते हैं ये 10 उपाय । Pitra Paksh
कोलकाता केसः डॉक्टरों के आंदोलन पर ये क्या बोल गए ममता बनर्जी के मंत्री