सपा विधायक इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा में महराजगंज जेल के लिए रवाना कर दिया गया। इस दौरान पुलिस के साथ इरफान के कुछ समर्थक और रिश्तेदार भी जा रहे हैं। परिवार को देख आंखों में आंसू छलके पड़े।
कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी महिला के प्लाट कब्जा करने की कोशिश व आगजनी, फर्जी आधार कार्ड से हवाई यात्रा, बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को भारतीय बताने का प्रमाण पत्र देने के आरोप में जेल में बंद है। इरफान सोलंकी बुधवार को प्रशासनिक आधार पर कानपुर जिला कारागार से महराजगंज जिला कारागार के लिए रवाना हो गए। वो जेल से जब बाहर आए तो हाथ में कुरान लिए हुए थे। परिवार को देखते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए। मगर पुलिस ने किसी से मिलने नहीं दिया। पुलिस के काफिले के अलावा उनके परिवार के कुछ लोग और समर्थक भी महराजगंज तक साथ गए हैं।
हाथ में कुरान लेकर पहुंचे महराजगंज जेल
वहीं मीडिया की तरफ बढ़ते ही पुलिस ने उन्हें गाड़ी की तरफ चलने के लिए कहा। इस पर इरफान नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि धक्का क्यों देते हो? इस पर पुलिस और इरफान के बीच नोकझोंक भी हो गई। दस मिनट के अंदर ही पुलिस गाड़ी में इरफान को बैठाकर महाराजगंज के लिए रवाना हो गई। काली पेंट और सफेद जैकेट पहने इरफान सोलंकी जेल से बाहर आए तो उनके हाथों में एक किताब भी थी। जब इरफान से पूछा गया कि क्या ये कुरान है तो उन्होंने जवाब में सिर हिला कर हां कहा। दूसरी ओर जेल के बाहर पत्नी नसीम सोलंकी और बच्चों के साथ अन्य परिवारीजन उनका इंतजार कर रहे थे। परिवार वालों को देखते ही उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
विधायक से 50 पन्नों में 1350 बार कराए हस्ताक्षर
मंगलवार को पुलिस की एक टीम बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान मोहम्मद व उसके परिवार को अपने लेटरहेड पर भारतीय होने का प्रमाण पत्र देने के मामले में विधायक इरफान सोलंकी से मिलने के लिए पहुंची थी। इस दौरान विधायक से 50 पन्नों में 1350 बार हस्ताक्षर कराए, जिनका मिलान लेटरहेड पर हुए हस्ताक्षरों से कराया जाएगा। इस दौरान विधायक खिसिया भी गए और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल भी किया। टीम को करीब एक घंटे का समय हस्ताक्षर के नमूने एकत्र करने में लगा।
हस्ताक्षर का नमूना जाएगा फोरेंसिक लैब
विधायक के हस्ताक्षक के नमूनों को झांसी की फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा। सपा विधायक इरफान सोलंकी के हस्ताक्षरों का फौरी तौर पर मिलान पुलिस पहले ही एक निजी एक्सपर्ट से करा चुकी थी। उसके बाद जब रिजवान मोहम्मद की नौ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड ली गई तो उसने भी विधायक द्वारा हस्ताक्षर किए जाने की बात कबूल कर ली। फिर सोमवार को इरफान का नाम डॉ. रिजवान केस में विवेचना के दौरान जोड़ा गया। इतने ज्यादा हस्ताक्षर लेने के पीछे पुलिस का तर्क है कि विधायक अपने हस्ताक्षर कई बार बदल रहे थे इसलिए उनसे अब इन सभी से प्रमाण पत्र में किए गए हस्ताक्षर का मिलान कराया जाएगा।
पुलिस कमिश्नर के आवास में किया था सरेंडर
इसके अलावा महिला के प्लॉट में आगजनी के मामले में पुलिस ने सपा विधायक के तीन और करीबियों को उठाया है। पुलिस का दावा है कि यह तीनों आगजनी के वक्त विधायक और उनके गुर्गों के साथ मौजूद थे। पुलिस जल्द ही आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी। बता दें कि इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान के खिलाफ 7 नवंबर को जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी उनकी पड़ोसी महिला बेबी नाज का घर फूंकने के मामले में FIR दर्ज की गई थी। उसके बाद से ही इरफान फरार हो गए थे। पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू की तो इरफान ने दो दिसंबर को कानपुर पुलिस कमिश्नर के आवास पर सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं।
BJP नगर चुनाव के जरिए साधेगी सामाजिक समीकरण, जानिए कैसे पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव की कर रही तैयारी
अयोध्या: टोल प्लाजा पर पलटी डबल डेकर बस, 3 की हालत नाजुक व 15 घायल, सहायक प्रबंधक ने बोली बड़ी बात