कानपुर पुलिस बर्बरता के शिकार व्यापारी का शव पहुंचा घर, परिजन बोले- CM के आए बिना नहीं होगा अंतिम संस्कार

यूपी के जिले कानपुर में पुलिस बर्बरता का शिकार व्यापारी के शव घर पहुंच चुका है। इसको लेकर परिजन बोले है कि सीएम योगी के आगमन के बिना अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं इस मामले में नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 14, 2022 6:58 AM IST

कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर देहात के शिवली के अंतर्गत लालपुर सराय गांव में रहने वाले व्यापारी बलवंत की पुलिस बर्बरता की वजह से मौत हुई अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है। इसके अलावा उसका शव भी उसके गांव पहुंच चुका है। वहां पहुंचते ही परिवार समेत ग्रामीणों में भी काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव लेकर पहुंचे लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग भी की है।

युवक के शरीर में मिले 25 से अधिक चोटों के निशान
मृतक युवक के घरवालों की मांग है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गांव आए बिना अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इसकी वजह से जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारी परिजनों को समझाने-बुझाने में जुटे हुए हैं। लूट के शक में उठाए गए युवा व्यापारी की मौत पुलिस की पिटाई से हुई और उसके शरीर पर 25 से ज्यादा गंभीर चोटों के निशान मिले हैं। चोट के निशान दोनों हाथ की कलाइयों पर रस्सी बांधने के निशान मिले है। पुलिस ने पैर के तलवों से लेकर घुटनों तक, कमर के नीचे और पीठ पर इतनी लाठियां मारी की खाल उधड़ गई। युवक ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। 

मृतक की पत्नी ने रखी अपनी पांच मांग
युवा व्यापारी की पुलिस कस्टडी में मौत के आरोपों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हो गई है। इस मामले में नौ पुलिसकर्मी सस्पेंड भी हो चुके है। वहीं दूसरी ओर पुलिस बर्बरता का शिकार हुआ युवक की पत्नी शालिनी ने सीएम योगी को संबोधित पत्र जिला प्रशासन को देते हुए प्रशासन के सामने पांच मांगे रखी है। पहली मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के बगैर अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। दूसरी मृतक की पत्नी शालिनी सिंह को सरकारी नौकरी दी जाए। जिससे उसका व उसके परिवार का भरण पोषण हो सके। 

पांच पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
तीसरी वृद्ध माता-पिता के भरण-पोषण व बच्चों की शिक्षा हेतु एक करोड़ रुपए की सहायता राशि दी जाए। एफआईआर में नामजद सभी अभियुक्तों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार किया जाए। यह हत्या सुनियोजित है इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी की देखरेख में गठन की घोषणा की जाए। थाना शिवली के अंतर्गत 6 दिसंबर को व्यापारी चंद्रभान के साथ हुई लूट की घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम व एसओजी टीम ने संदेह के आधार पर 5 लोगों को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान युवक की मौत पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 9 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने जांच के लिए एसआईटी भी गठित कर दी। इसके अलावा देर रात पांच पुलिसकर्मी सहित सात लोगों के ऊपर हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

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