यूपी के जिले कानपुर में ऋषभ हत्याकांड मामले में व्हाट्सएप चैट के जरिए कई हैरान कर देने वाले खुलासे हुए है। महिला ने अपने पति को मारने के लिए प्रेमी को ही तीन लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसका खुलासा महिला के प्रेमी ने खुद पुलिस के सामने किया है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर के ऋषभ हत्याकांड मामले में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया हैं। महिला ने अपने पति की हत्या के लिए प्रेमी को तीन लाख रुपए की सुपारी दी थी। इसका खुलासा तब हुआ जब राजकुमार उर्फ राजू के व्हाट्सएप चैट से हुआ है। इसके साथ ही राजू से पूछताछ में भी उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार किया है। उसने बताया कि 27 नवंबर को उसने अपने कर्मचारी नर्वल निवासी सत्येंद्र विश्वकर्मा उर्फ सीटू के साथ ऋषभ पर हमला किया था मगर वह बच गया।
दोस्त के साथ शादी कार्यक्रम में होने गया था शामिल
इतना ही नहीं फिर उसको इलाज के दौरान एक इंजेक्शन देकर और दवाओं के ओवरडोज से ऋषभ को मौत के घाट उतार दिया। इसमें कल्याणपुर खुर्द के मेडिकल स्टोर संचालक सुरेंद्र सिंह यादव ने भी मदद की। फिलहाल पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ शुक्रवार को पेश करने के बाज जेल भेज दिया। इस मामले को लेकर डीसीपी पश्चिम विजय ढुल ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि ऋषभ तिवारी अपनी पत्नी सपना पांडेय के साथ शिवली रोड पर रहते थे। उसके बाद 27 नवंबर को वह अपने दोस्त के साथ चकरपुर गांव में एक शादी में गए थे। वापस आने के दौरान उनकी स्कूटी पंचर हो गई और उसको बनवाने के लिए हाईवे की तरफ जाने लगे।
साल 2016 से थे महिला के प्रेम संबंध
हाईवे की तरफ जाने के दौरान शिव होटल के आगे बाइक सवार दो युवकों ने उनके सिर और कंधे पर चापड़ से हमला कर दिया। इस मामले में ऋषभ की पत्नी ने अपने पड़ोसी रामकृष्ण विश्वकर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी लेकिन तीन दिसंबर को ऋषभ की मौत हो गई। जब इस मामले की जांच में जुटी पुलिस तब सपना की कॉल डिटेल निकलवाई तो कई ऐसे नंबर मिले, जिनसे सपना अक्सर बात करती थी। यहीं से पता चला कि सपना का नरवल के रायपुरवा निवासी राजकपूर उर्फ राजू से 2016 से प्रेम संबंध हैं लेकिन साल 2020 में सपना की शादी ऋषभ से हो गई।
इंजेक्शन और दवाओं का दिया ओवरडोज
ऋषभ से शादी होने के बाद सपना अपने प्रेमी के साथ प्रॉपर्टी हड़पने और एक साथ रहने ले लिए हत्या की साजिश रची। हत्या के लिए उसने अपने प्रेमी को ही तीन लाख की सुपारी दे दी। इस हमले के बाद मौके पर पहुंची सपना ने पहले हैलट फिर मधुराज में ऋषभ को भर्ती कराया और 30 नवंबर को डिस्चार्ज कराकर घर वापस लाई। इतना ही नहीं जब ऋषभ की जान बच गई तो सपना ने आशा मेडिकल स्टोर के संचालक सुरेंद्र यादव से एक इंजेक्शन लेकर ऋषभ को लगवाया और दवाओं का ओवरडोज दिया। जिसकी वजह से फेफड़े और लिवर खराब हो गए और तीन दिसंबर को उसकी मौत हो गई।
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