
कानपुर: समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही है। वहीं विधायक को फरार कराने में मदद करने वाले क्रिकेट कोच इशरत की तलाश में पुलिस की एक टीम ने बीते गुरुवार को पंजाब में दबिश दी। बता दें कि इशरत की आखिरी लोकेशन पंजाब में ही मिली थी। लेकिन पुलिस के दबिश देने से पहले इशरत वहां से फरार हो चुका था। पुलिस की कई टीमें इरफान सोलंकी और फरार आरोपियों को तलाश कर रही हैं। हालांकि पुलिस को अभी तक सफलता नहीं मिली है।
पुलिस ने 9 आरोपियों को भेजा जेल
इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत 55 अज्ञात लोगों पर 8 नवंबर को आगजनी व अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ था। इसके बाद से पुलिस इनकी तलाश कर रही है। वहीं सपा विधायक इरफान ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर फ्लाइट से सफर किया। इसके अलावा 26 नवंबर को ग्वालटोली थाने में इरफान, रिजवान को फरार कराने में शामिल रहीं सपा नूरी शौकत सहित 9 आरोपियों पर जालसाजी, साजिश समेत अन्य कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने नूरी शौकत, उनका ड्राइवर अम्मार इलाही व इरफान के साले अनवर व अख्तर मंसूरी को जेल भेजा था। बता दें कि नामजद आरोपियों में नूरी का रिश्तेदार इशरत भी शामिल हैं।
सपा विधायक के भाई के बारे में पुलिस को नहीं मिली जानकारी
कानपुर के जाजमऊ में सपा विधायक के खिलाफ दर्ज किए गए केस की विवेचना जाजमऊ इंस्पेक्टर अशोक कुमार दुबे कर रहे हैं और ग्वालटोली में दर्ज किए गए केस में अशोक दुबे वादी हैं। बता दें कि यह विवेचना गोविंदनगर इंस्पेक्टर धनंजय पांडेय को सौंपी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इरफान सोलंकी और उनका भाई रिजवान एक साथ फरार नहीं हुए हैं। पुलिस को पता चला था कि इरफान शहर से पहले दिल्ली, वहां से मुंबई और फिर हैदराबाद गए। लेकिन पुलिस रिजवान के बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं हासिल कर सकी है।
राष्ट्रीय सुरक्षा को दी चुनौती
सपा विधायक इरफान सोलंकी ने फरार होने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर अशरफ अली बनकर प्रवेश लिया था। उन्होंने दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर मुंबई तक सफर किया था। जिसे पुलिस ने गंभीरता से लिया है। यह मामला सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रखने की घटना है। इसलिए पुलिस सपा विधायक पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। ऐसे में सपा विधायक की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। वहीं जिस तरह से सपा विधायक ने एयरपोर्ट पर तैनात केंद्रीय बल को झांसा देकर प्रवेश किया है, यह सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनौती देने जैसा ही है। एक अधिकारी ने बताया कि मामले की विवेचना जारी है। साक्ष्य एकत्र करने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रखने संबंधी धारा या एक्ट को जोड़ा जा सकता है।
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