कानपुर में तीन जून को जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा मामले में गिरफ्तार हुए आरोपी मुख्तार बाबा को कैदी परेशान कर रहे है। मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंद कैदी उससे बिरयानी को लेकर तरह-तरह के कई सवाल कर रहे है और बिरयानी बाबा को चिढ़ा रहे है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों जुमे की नमाज के बाद तीन जून को भड़की हिंसा मामले में आरोपियों को पकड़कर पुलिस ने सलाखों के पीछे डाल दिया है। इसी कड़ी में आरोपी मुख्तार बाबा भी जेल में बंद है। इतना ही नहीं बाबा 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में है। जेल में बंद मुख्तार बाबा ऊर्फ बिरयानी बाबा को अन्य कैदी परेशान कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से जेल के अन्य कैदी बार-बार बिरयानी को लेकर कई तरह के सवाल कर रहे है। कैदी बाबा बिरयानी को चिढ़ाकर परेशान कर रहे।
बिरयानी बनाकर खिलाने की मांग कर रहे कैदी
बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा से जेल के अन्य कैदी बार-बार बिरयानी बनाने का तरीका पूछते हैं और उन्हें चिढ़ाकर परेशान करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार बाबा से जेल में बंद कैदी न केवल बिरयानी बनाने का तरीका पूछते हैं, बल्कि जेल में ही बिरयानी बनाकर खिलाने की मांग भी करते हैं। बीते 22 जून को मुख्तार बाबा को बेकनगंज में घातक हथियारों के साथ दंगा और हिंसा के तीन मामलों में नामित किया गया था और बाद में 22 जून को गिरफ्तार किया गया था। इसी के बाद मुख्तार बाबा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
एफएसडीए ने बाबा के प्रतिष्ठानों ने मारा छापा
लेकिन इससे पहले कानपुर हिंसा के आरोपी मुख्तार बाबा के दो और प्रतिष्ठानों ने जिला प्रशासन ने रविवार को सील कर दिया था। 27 जून को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने जाजमऊ, यशोदा नगर, बेकनगंज और किदवई नगर के एक मॉल में मुख्तार बाबा के पांच और प्रतिष्ठानों पर भी छापा मारा और 18 नमूने एकत्र किए, जिन्हें जांच के लिए आगरा में एक खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में भेजा गया था। वहीं सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विजय प्रताप सिंह ने बताया कि जाजमऊ में डिफेंस कॉलोनी और किदवई नगर के एक मॉल में मुख्तार के स्वामित्व वाले रेस्त्रां में खाद्य सामग्री के नमूने असुरक्षित पाये जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।