कौशांबी के सिराथू से चुनाव लड़ेंगे उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य, जानिए क्या है इस सीट का जातीय समीकरण

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गढ़ यानी प्रयागराज के सिराथू से केशव का टिकट फाइनल होना बीजेपी की ओर से बनाई गई बड़ी रणनीति की तरफ इशारा करता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस सीट के जाति गणित को देखकर केशव मौर्य का वहां से टिकट फाइनल किया गया है। यहां अनुसूचित जाति वर्ग के 45 फीसदी मतदाता सर्वाधिक हैं। दूसरे नंबर पर पिछड़े वर्ग के 24 फीसदी मतदाता हैं फिर इसके बाद सभी वर्क के मिश्रित 32 फीसदी मतदाता हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 15, 2022 12:40 PM IST / Updated: Jan 15 2022, 06:58 PM IST

आनंदराज
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (UP vidhansabha chunav 2022) की तारीखों के ऐलान के बाद लगातार प्रदेश के अलग-अलग दलों ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची को जारी करना शुरू कर दिया इन सबके बीच शनिवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (dharmendra pradhan) ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के दिल्ली मुख्यालय पर प्रेस वार्ता करते हुए बीजेपी 107 प्रत्याशियों की सूची जारी की गई इसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का नाम भी शामिल किया गया। गोरखपुर से योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गढ़ यानी कौशांबी के सिराथू से केशव का टिकट फाइनल होना बीजेपी की ओर से बनाई गई बड़ी रणनीति की तरफ इशारा करता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस सीट के जाति गणित को देखकर केशव मौर्य का वहां से टिकट फाइनल किया गया है। 

जानिए, सिराथू सीट का जातीय समीकरण
इस सीट के जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां अनुसूचित जाति वर्ग के 45 फीसदी मतदाता सर्वाधिक हैं। दूसरे नंबर पर पिछड़े वर्ग के 24 फीसदी मतदाता हैं फिर इसके बाद सभी वर्क के मिश्रित 32 फीसदी मतदाता हैं।  सिराथू सीट पर हार जीत का फैसला अनुसूचित वर्ग के मतदाताओं के हाथ में रहता है। सिराथू में मौजूदा समय में 3 लाख 65 हज़ार 153 कुल मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 95 हज़ार 660 और महिला मतदाता 1 लाख 69 हज़ार 492 हैं। 

हमेशा से विपक्षी दलों का रहता था कब्जा, केशव मौर्य ने पहली बार इस सीट पर खिलाया था कमल
सिराथू विधानसभा सीट 2012 में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहली बार बीजेपी से विधायक बने थे। सिराथू विधानसभा सीट पर हमेशा सपा और बसपा का कब्जा रहता था। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस सीट पर पहली बार कमल खिलाया था। वहीं 2014 के उप चुनाव में यह सीट सपा के खाते में चली गई। 2017 में इस सीट से भाजपा विधायक शीतला प्रसाद ने जीत दर्ज की। 

2017 विधानसभा चुनाव में सिराथू विधानसभा सीट पर कुल 17 प्रत्याशी मैदान में थे। लेकिन मुकाबला सपा भाजपा व बसपा के बीच रहा। इस सीट पर 2017 के चुनाव में बस भाजपा प्रत्याशी शीतला प्रसाद को सबसे ज्यादा 78621 वोट मिले। दूसरे स्थान पर सपा प्रत्याशी वाचस्पति को 52418 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर बसपा प्रत्याशी सईदुल रब 42782 वोट मिले थे। 2017 में सिराथू के कुल 40. 0 7% वोट पड़े थे। जिसमें 196186 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था।

दलित और पिछड़े मतदाता दिलाएंगे जीत 
सिराथू सीट पर हमेशा से दलित वोटर ही निर्णायक साबित होता आया है। इस बाद पिछड़े वर्ग के मतदाता दलितों के साथ मिलकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के लिए जीत का सेहरा पहना सकते है। भाजपा ने इसके लिए बूथ स्तर पर तैयारी कर रखी है। स्थानीय लोगो ने केशव मौर्या के चुनाव मैदान में सिराथू से आते ही जश्न मना ख़ुशी जताई। लोगो का कहना है कि डिप्टी सीएम ने सिराथू ही नहीं पूरे कौशाम्बी को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया है। आगे भी वह आगे लेकर जाएंगे।

डिप्टी सीएम केशव मौर्य के घर व कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल 
गृह नगर की सिराथू सीट से डिप्टी सीएम के चुनाव मैदान में आने की खबर लगते ही भाजपा नेता व कार्यकर्ता जश्न में डूब गए है। परिवार ने खुशी जाहिर कर बेटे को आशीष दिया है। अब सिराथू विधानसभा सीट यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ने का ऐलान होने के साथ हॉट सीट हो गई है। सिराथू विधानसभा वैसे तो ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगर मना जाता है। बावजूद इसके चुनाव में उम्मीदवार के जीत का भविष्य दलित एवं पिछड़े वर्ग में मतदाता तय करते है।

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