लोहे की रॉड से पीट बीवी की हत्या, फिर चापड़ से किए शव के 6 टुकड़े; लेकिन इस गलती ने पहुंचाया सलाखों के पीछे

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में ट्रॉली बैग में 6 टुकड़ों में मिले महिला के शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। महिला की हत्या उसके पति ने ही की थी और हत्या के बाद वह नेपाल भागने की फिराक में था

Asianet News Hindi | Published : Aug 17, 2020 4:47 PM IST

बाराबंकी(Uttar Pradesh).  उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में ट्रॉली बैग में 6 टुकड़ों में मिले महिला के शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। महिला की हत्या उसके पति ने ही की थी और हत्या के बाद वह नेपाल भागने की फिराक में था। लेकिन जिस बैग में शव रखा गया था उसमें मिले एक सुराग से पुलिस ने आरोपी को चिन्हित किया और सर्विलांस सेल की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया।

दरअसल बीते दिनों लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर कोतवाली नगर क्षेत्र में सफेदाबाद स्थित केवाड़ी मोड़ के पास ब्रीफकेस और बैग में छह टुकड़ों में एक महिला का शव मिला था। जिसकी शिनाख्त मुंबई के अंबेडकरनगर-टाटा-वसहत मार्ग भारतनगर निवासी बादशाह शेख की पुत्री मालन बादशाह शेख उर्फ आयशा के रूप में हुई। आयशा की लखनऊ के इंदिरानगर में पति समीर ने हत्याकर शव को छह टुकड़ों में काट दिया था। आरोपी को सर्विलांस के जरिये ट्रैस कर लखनऊ के इंदिरानगर थाना क्षेत्र के मुंशी पुलिया से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

5 जुलाई को की थी निर्मम हत्या 
पुलिस की गिरफ्त में आए समीर ने अपनी पत्नी आयशा की हत्या बीते 5 जुलाई को ही कर दी थी। आपसी विवाद के बाद लखनऊ के इंदिरा नगर के सेक्टर-14 में रह रहे पति समीर खान ने लोहे के रॉड से पत्नी आयशा को मार डाला था। समीर बलरामपुर के महराजगंज थानाक्षेत्र के गुलरिहा का रहने वाला है और मुंबई के बांद्रा क्षेत्र में एक चिकन शॉप में काम करता था। वह लॉकडाउन के दौरान मार्च में लखनऊ आया था। आयशा की हत्या के बाद समीर बाजार से चापड़ और शव को पैक करने के लिए अन्य सामग्री खरीदकर लाया। और उसी रात शव के छह टुकड़े कर ब्रीफकेस और बैग में भरकर कार से ले जाकर हाईवे पर फेंक दिया था।

समीर की इस एक गलती ने दी पुलिस को लीड 
बाराबंकी एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जिस ब्रीफकेस में महिला का शव मिला था। उसमें पुलिस को दो अहम सुराग मिले। पहला सुराग था बैग में रखा आरोपी का जींस। जिसमें लखनऊ के पार्क के दो टिकट थे। दूसरा अहम सुराग था बैग में रखा बिजली का बिल। यह बिल इतना पुराना था कि उसमें कुछ ही नंबर दिख रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने इन्हीं दो सबूतों के आधार पर पड़ताल शुरू की। बिजली बिल एक महिला के नाम था। पुलिस जब उस महिला तक पहुंची तो उसने बताया कि वह मकान उसने समीर को बेच दिया है। यहीं से पुलिस को समीर का नंबर मिला। जिसके बाद पुलिस ने समीर की मोबाइल डिटेल खंगाली तो उसकी लोकेशन की पुष्टि हुई। हालांकि आरोपी ने उस मोबाइल को बंद कर दिया था। बावजूद इसके पुलिस ने सर्विलांस सेल की मदद आरोपी का नया नंबर हासिल किया। और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया आरोपी समीर खान नेपाल भागने की तैयारी में था।
 

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