जानिए कौन हैं यूपी के नए संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, संभालेंगे सुनील बंसल की जिम्मेदारी

यूपी के नए संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह के सामने बीजेपी की जीत के रथ को ऐसे ही गति देने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। वह सुनील बंसल की जगह संभालेंगे। इससे पहले वह झारखंड में संगठन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 10, 2022 2:14 PM IST

लखनऊ: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के संगठन मंत्री रहे धर्मपाल सिंह को अब उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है। वह 2024 को लोकसभा चुनाव में भाजपा के मिशन को सफल बनाने की दिशा में प्रयास करेंगे। पिछड़े समाज की सैनी जाति से संबंध रखने वाले धर्मपाल सिंह को भाजपा की ओर से संगठन महामंत्री बनाया गया है। वह यूपी में तकरीबन दो दशक तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कामकाज विभिन्न पदों पर संभालते रहे हैं। लगभग एक दशक तक वह प्रदेश में एबीवीपी के क्षेत्रीय महामंत्री के पद पर भी रहे हैं। इसके बाद ही उन्हें भाजपा के मुख्य संगठन में छत्तीसगढ़ और झारखंड की जिम्मेदारी मिली थी। 
कई अहम पदों पर संभाल चुके जिम्मेदारी
धर्मपाल सिंह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले हैं। वह उत्तर प्रदेश एबीवीपी के मंत्री और क्षेत्रीय महामंत्री भी रह चुके हैं। भाजपा ने उनको संगठन महामंत्री बनाकर यूपी के 50 फीसदी से अधिक वोट बैंक वाले पिछड़े समाज के बीच एक बड़ा संदेश देने का प्रयास किया है। ऐसा माना जा रहा है कि 2024 के चुनाव से पहले ही भाजपा ने एक लक्ष्य जो तय किया जा चुका है उसी के मद्देनजर यह अहम बदलाव किया है। वहीं इस बीच यूपी में अब तक इस पद पर जिम्मेदारी निभाने वाले सुनील बंसल को पार्टी ने प्रमोशन दिया है। उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 
धर्मपाल सिंह के सामने बड़ी चुनौती
अमित शाह के करीबी माने जाने वाले सुनील बंसल ने यूपी में भाजपा को लगातार ऐतिहासिक परिणाम दिलवाया है। 2014 के लोकसभा चुनाव से हुई शुरुआत के बाद से लगातार कई चुनावों में पार्टी को यहां जीत मिली है। 2014 के चुनाव में भाजपा ने यहां 73 (अपना दल की 2 सीट) जीतकर इतिहास रचा था। इसके बाद के परिणामों पर गौर करें तो 2017 के चुनाव में भाजपा को कई साल के बाद प्रदेश की सत्ता में वापसी मिली थी। 2017 के चुनाव में प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन के बावजूद भाजपा को यहां 65 सीटें मिली। इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने पिछला रिकॉर्ड तोड़ते हुए सत्ता में वापसी की। हालांकि यूपी इन पुराने परिणामों के बाद नए महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के सामने बड़ी चुनौती होगी। 

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