यूपी के जिले लखीमपुर खीरी में छह महीने पहले सीज बाइक का रंग काले से नीला होने से पीड़ित युवक ने बाइक लेने से मना कर दिया। इस वजह से युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि कई पार्ट्स भी बदल दिए है।
लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के जिले लखीमपुर खीरी में पुलिस का नया कारनामा सामने आया है। दरअसल छह महीने पहले बिना कागज के एक बाइक को सीज कर पुलिस थाने लाई थी लेकिन जब युवक कोर्ट से सारे कागजात लेकर गाड़ी छुड़वाने के लिए पहुंचा तो उसकी बाइक काले से नीले रंग की हो चुकी थी। इतना ही नहीं गाड़ी से कई पार्ट्स भी गायब थे। यह सब देखकर युवक भौचक्का रह गया और पुलिस पर उसकी नई बाइक के पार्ट्स बदलने का आरोप लगाया है।
युवक ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में दिया प्रार्थना पत्र
दरअसल 30 मई को मोहल्ला राजगढ़ निवासी दीपक राज हीरो मोटरसाइकिल से कहीं जा रहा था। इसी बीच पुलिस ने उसकी बाइक रोककर उससे पेपर मांगा मगर वह पेपर नहीं दिखा सका। कागज नहीं होने की वजह से पुलिस ने उसकी बाइक सीज कर दी। इसके बाद गाड़ी को छुड़वाने के लिए दीपक राज ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि कोतवाली पुलिस ने उसकी सीज की गई बाइक को खुले आसमान के नीचे खड़ा किया है और खुले आसमान के नीचे वह खराब हो रही है।
कोर्ट से आदेश मिलने के बाद पीड़ित पहुंचा कोतवाली
पीड़ित द्वारा प्रार्थना पत्र देने के बाद न्यायालय ने पुलिस से रिपोर्ट मंगाकर वाहन को आवेदक दीपक राज के पक्ष में 50 हजार की प्रतिभूति जमानत राशि जमा कराकर उसे वाहन स्वामी के पक्ष में सौंपने का आदेश कोतवाली प्रभारी को दिया। साथ अन्य मामले में वांछित नहीं है वाहन को उसके पंजीकृत स्वामी को सौंप दिया जाए। आदेश मिलने के बाद आवेदक दीपक राज कोतवाली सदर पहुंचा। अदालत के आदेश पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली से वाहन को सुपुर्द करने को कहा और उसे वाहन लेने के लिए महेवागंज चौकी भेज दिया।
पीड़ित युवक ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
दीपक जब कोतवाली सदर की महेवागंज चौकी पहुंचा तो उसे काली गाड़ी की जगह नीली गाड़ी सुपुर्द करने की बात चौकी इंचार्ज चेतन सिंह तोमर ने कही। इस वजह से उसके होश उड़ गए और उसने बाइक लेने से मना कर दिया। दीपक का कहना है कि महेवागंज पुलिस ने उसकी गाड़ी के सभी पार्ट्स बदल दिए हैं। इतना ही नहीं उसकी काले रंग की गाड़ी को नीला कर दिया। उसकी गाड़ी जब से सीज हुई वह हल्द्वानी कोतवाली और मऊगंज चौकी के चक्कर लगा रहा है। दीपक का कहना यह भी है कि उसकी गाड़ी न्यायालय ने रिलीज कर दी फिर भी महेवागंज चौकी पुलिस उसे उपलब्ध नहीं करा पा रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस से बात की गई तो पुलिस के अधिकारियों ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
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