यूपी के जिले लखीमपुर खीरी में दो मृत लड़कियों के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को उनकी मांग पूरी होने तक शवों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उन्होंने एक करोड़ रुपये मुआवजा, मृतक लड़कियों के भाई को सरकारी नौकरी और आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की।
लखीमपुर: उत्तर प्रदेश के जिले लखीमपुर खीरी में दलित दो सगी बनों के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या करने के बाद दोनों के शव के पेड़ पर लटका दिया गया था। हालांकि अब दो मृत लड़कियों के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को उनकी मांग पूरी होने तक शवों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। घरवालों ने अंतिम संस्कार के लिए तीन शर्तें रखी हैं और कहा है कि मांगें पूरी नहीं होने तक दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। दरअसल बुधवार को तीन युवक दो किशोरियों को उनके घर से बहला-फुसलाकर ले गए और दुष्कर्म किया।
किशोरियों के घरवालों ने रखी तीन शर्ते
इसी मामले में परिजन ने अंतिम संस्कार करने के लिए तीन शर्तें रखी हैं। मृतक युवतियों के घरवालों का कहना है कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए सरकार की ओर से मिले। इसके साथ ही दोनों किशोरियों के भाई को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी मिले। इसके अलावा इस मामले में शामिल सभी आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई जाए। दरअसल शहर के निघासन कोतवाली क्षेत्र में दो नाबालिग दलित सगी बहनों के शव गन्ने के खेत में पेड़ पर लटकते मिले थे। पुलिस ने इस संबंध में छह लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ मौत का खुलासा
इस मामले में एसपी संजीव सुमन ने बताया कि दुष्कर्म की वारदात के बाद घटना को छह लोगों ने मिलकर अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी बहला-फुसलाकर बहनों को खेत में लेकर गए थे। किशोरियों के परिवार की तहरीर पर पुलिस ने नामजद छोटू सहित सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, एक आरोपी जुनैद की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तारी हुई है। वहीं दूसरी ओर दलित किशोरियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि दोनों के साथ दुष्कर्म के बाद रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी गई है।