केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishr) के बेटे आशीष (Ashish Mishr) पर आरोप है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri Voilence) में उनकी गाड़ी ने किसानों (Farmer) को कुचल दिया था। इसमें 4 किसानों की मौत हो गई। बाद में हिंसा भड़की तो गाड़ी का ड्राइवर और 2 भाजपा नेता, एक पत्रकार की मौत हो गई थी। भीड़ ने आशीष की कार फूंक दी थी। इस मामले में आशीष पर हत्या समेत अन्य बड़ी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर हिंसा मामले में 7 दिन बाद आखिरकार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का बेटा आशीष मिश्र शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। वह सुबह 10.40 बजे क्राइम ब्रांच (Crime Branch) के दफ्तर में पेश हुआ था। करीब 12 घंटे की पूछताछ (interrogation) के बाद रात 10.40 गिरफ्तार कर लिया गया। इस बात की पुष्टि डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल (DIG Updendra Agrawal) ने की। अब उसको कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि आशीष पुलिस पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था। वह घटना के वक्त आधे घंटे के दरम्यान कहां था, इस बात का सबूत नहीं दे पाया। आशीष से दिनभर मजिस्ट्रेट के सामने सवाल-जवाब किए गए। आशीष अपने वकील के साथ पुलिस के पास पहुंचा था।आशीष से पुलिस ने करीब 40 सवाल किए गए थे।
पूछताछ के दौरान डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी उपस्थित रहे। आशीष ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए। इस बीच, आशीष से 40 सवाल पूछे गए। SIT के एक सवाल का आशीष जवाब भी नहीं दे सका। सूत्रों के मुताबिक, आशीष से पूछा गया था कि 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक कहां था इसका जवाब नहीं दे पाया। उससे सुबह 11 बजे से 6 लोगों की टीम पूछताछ कर रही थी। उसने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो काफिले के साथ नहीं था। दंगल कार्यक्रम में शामिल था।
लखीमपुर: स्कूटर पर बैठ सरेंडर करने पहुंचे थे मंत्री के बेटे आशीष, जिसे चला रहे थे विधायक साहब!
गहलोत और हरसिमरत ने कहा- कार्रवाई हो
हिंसा मामले में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने अजय मिश्रा को बर्खास्त करने और उनके बेटे आशीष मिश्रा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट से कराई जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि चूंकि आरोपी पावरफुल है तो सरकार उसे बचा रही है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया और कहा कि लखीमपुर में जो कुछ हुआ उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। मैं उम्मीद करता हूं कि सुप्रीम कोर्ट की भावनाओं को, देशवासियों की भावनाओं को समझकर अविलम्ब ऐसी कार्रवाई होगी, जिससे पूरे मुल्क को कि विश्वास हो कि किसानों के साथ न्याय होगा।
लखीमपुर हिंसा: मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने पुलिस के सामने किया सरेंडर, क्राइम ब्रांच कर रही पूछताछ
भाजपा कार्यकर्ता की हत्या तो एक्शन का रिएक्शन है: राकेश
वहीं, तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या पर बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वे कौन थे जो गाड़ी में थे, जिन्होंने लोगों को मारा, जिन्होंने बाद में लाठी से हमला किया- वह एक्शन का रिएक्शन है। कोई योजना नहीं है। वो हत्या में नहीं आता, हम उन्हें दोषी नहीं मानते।
लखीमपुर खीरी हिंसा : किसानों की चेतावनी, मांग नहीं मानी तो 18 अक्टूबर को देशभर में रोकेंगे ट्रेन