सार
लखीमपुर क्राइम ब्रांच दफ्तर में सुबह से ही गहमागहमी थी। पूरे इलाके में सैंकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात था। जैसे ही करीब साढ़े 10 बजे एक स्कूटर पहुंची तो हर कोई उस स्कूटर को देखने लगा। क्योंकि इसपर किसानों को कुचलने के आरोपों से घिरे आशीष मिश्रा सवार थे।
लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश). लखीमपुर खीरी हिंसा मामले (Lakhimpur kheri Violence) में मुख्य आरोपी बनाए गए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी (union minister ajay mishra का बेटा आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) क्राइम ब्रांच के ऑफिस में है। जहां पुलिस विभाग के टीम उनसे पूछताछ कर रही है। बता दें कि आशीष 11 बजे बुलाया गया था, लेकिन वह करीब 20 मिनट पहले ही पहुंच गए। वह किसी कार या लग्जरी गाड़ी से नहीं पहुंचे थे। बल्कि एक स्कूटर पर सवार होकर क्राइम ब्रांच दफ्तर पहुंचे थे।
क्राइम ब्रांच में स्कूटर पहुची तो बढ़ गई हलचल
दरअसल, लखीमपुर क्राइम ब्रांच दफ्तर में सुबह से ही गहमागहमी थी। पूरे इलाके में सैंकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात था। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा जवान दिखे। वहीं भारी संख्या में मीडिया का जमावड़ा भी था। जैसे ही करीब साढ़े 10 बजे एक स्कूटर पहुंची तो हर कोई उस स्कूटर को देखने लगा, क्योंकि इसपर किसानों को कुचलने के आरोपों से घिरे आशीष मिश्रा सवार थे। दूर से कोई उन्हें पहचान नहीं सका, लेकिन जब स्कूटर पास आकर रुकी तो हलचल बढ़ गई।
मंत्री के बेटे बैठे और विधायक चला रहे स्कटर
बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा जिस स्कूटर पर बैठे थे, उसे लखीमपुर खीरी सदर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक योगेश वर्मा चला रहे थे। आशीष 10 बजकर 38 मिनट पर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे। विधायक जी बाहर ही अपने स्कूटर के साथ रुक गए।
सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी के बाद एक्शन में पुलिस
पूरे मामले में सियासत जारी है, नेताओं पीड़ित परिवार के घर आना-जाना लगा हुआ है। वहीं पुलिस ने भी अब तक आशीष मिश्रा को लेकर कोई खासी तेजी नहीं दिखाई है। इसिलए इस केस में सुप्रीम कोर्ट ने भी नाराजगी जताई है। क्योंकि आशीष के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इसी लिहाज से माना जा रहा है कि अब पूछताछ के बहाने आशीष को हिरासत में लिया जा सकता है। बता दें कि कुछ दिन पहले खबरें आई थीं कि आशीष नेपाल भाग गया है।
मंत्री ने अपने बेटे को बताया निर्दोष
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा ने शुक्रवार को कहा था कि मेरा बेटा आशीष मिश्रा निर्दोष है। उन्होंने कहा था, हमें कानून पर भरोसा है। मेरा बेटा निर्दोष है, वह पहले ही अपनी तबीयत की वजह से पुलिस के सामने पेश नहीं हुआ था। अब वह पुलिस के सामने पेश होगा और अपने निर्दोष होने के बारे में बयान और सबूत देगा।
यह है पूरा मामला
रविवार यानी 3 अक्टूबर को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इस दौरान कुछ गाड़ियां उधर से जा रही थीं। ये गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों के विरोध-प्रदर्शन वाली जगह झड़प हो गई। बाद में ऐसा आरोप लगाया गया कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई। हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई। कुल मिलाकर इस हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है।