बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर भारत व चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष पर चिंता जताते हुए कहा कि इस पर तुरंत काबू पाना जरूरी है। इस मामले की जानकारी होने पर विपक्ष सरकार को घर रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर भारत व चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुए संघर्ष पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इन हालातों में काबू पाना जरूरी है। उन्होंने भारतीय सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि सेना ने अपनी ख्याति के अनुरूप काम किया है। दरअसल अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में भारत व चीन की सेना के सैनिकों के बीच झड़प हो गई। जिसमें भारतीय सेना के जवानों ने चीनी सैनिकों को करारा जवाब दिया है। इसकी जानकारी होने पर विपक्ष सरकार को घेरना शुरू कर दी है।
कूटनीतिक तरीके से काबू पाना है जरूरी
मायावती ने ट्वीट कर बोला है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेना के बीच खूनी संघर्ष और उसमें कई सैनिकों के घायल होने की खबर अति-दुःखद व चिन्तनीय। यूक्रेन युद्ध के परिणामों से पीड़ित एवं सहमी दुनिया में भारत-चीन सेना के बीच नए संघर्ष पर तुरन्त कूटनीतिक तरीके से काबू पाना जरूरी।
इण्टेलिजेन्स को भी और मजबूत बनाना होगा
बसपा प्रमुख मायावती दूसरे ट्वीट में बोलती हैं कि भारतीय सेना ने चीन के साथ ताज़ा मामले में भी एक बार फिर जैसे को तैसा मुँहतोड़ जवाब देकर अपनी प्रसिद्धि के अनुरूप कार्य किया है, जो सराहनीय। अब सरकार की जिम्मेदारी है कि अपनी कुटनीतिक कुशलता का परिचय दे, यही देश को उम्मीद। अपनी इण्टेलिजेन्स को भी और मजबूत बनाना होगा।
मायावती ने समाजावदी पार्टी पर साधा था निशाना
बता दें कि मायावती ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि यूपी के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की हुई जीत हुई लेकिन रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आज़म ख़ान की ख़ास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है। इसके साथ ही बसपा प्रमुख मायावती ने आगे कहा कि रामपुर में हुई हार के बारे में खासकर मुस्लिम समाज को अधिक चिन्तन करने व समझने की भी ज़रूरत है। जिससे कि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। वहीं उन्होंने खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा को मिली हार पर सवाल उठाया है।