यूपी कैबिनेट मंत्री विदेश के दौरे से लौटकर सीएम योगी को रिपोर्ट दी है। सभी ने बताया कि करीब 16 देश सात लाख करोड़ का निवेश करेंगे। इसके साथ ही लखनऊ, प्रयागराज, नोएडा, अलीगढ़, कानपुर में सबसे ज्यादा निवेशक निवेश करेंगे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों ने विदेशी दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपने अनुभव को साझा किया। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश लाने के लिए विदेश गई टीम योगी अब वापस लौट आई है तो निवेश प्रस्ताव की पूरी जानकारी दी। सीएम योगी ने मंत्रिमंडल के सदस्यों और शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्य योजना सफल रही है।
19 एमओयू हुए है साइन, 7 लाख से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार
प्राप्त हुई जानकारी के मुताबिक टीम योगी का विदेश दौरा सफल रहा। जहां-जहां मंत्री गए वहां से उन्हें यूपी में निवेश के लिए बंपर ऑफर मिला है। 16 देशों में हुए रोड शो से अब तक 7 लाख 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का रास्ता साफ हो गया है। सीएम योगी का मानना है कि जो सोचा वो हो रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि विदेशों से बड़े पैमाने पर निवेश आने से रोजगार भी खूब बढ़ेगा। मिल रही जानकारी के अनुसार इस दौरान 19 एमओयू साइन किए गए हैं। इससे 7,02,415 लोगों के लिए रोजगार मिल सकेंगे।
15 जनवरी के बाद फिर से कुछ देशों में करेंगे यात्रा, रोड शो हुए सफल
सीएम योगी ने बैठक में कहा कि 15 जनवरी के बाद एक बार फिर कुछ देशों की यात्रा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि विदेश में रोड शो की इस सफलता से यह पक्का हो गया है कि उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 ऐतिहासिक होने जा रही है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि निवेश को लेकर हर देश के लिए अलग डेस्क तैयार किया जाएगा ताकि उससे संबंधित देशों से निवेश में किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। बता दें कि 10 से 12 फरवरी 2023 को लखनऊ में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होना है।
प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ, कानपुर, नोएडा में मिला है सबसे ज्यादा निवेश
राज्य के प्रयागराज, नोएडा, काशी, लखनऊ समेत कानपुर में सबसे ज्यादा निवेश मिला है। योगी सरकार की ओर से बताया गया है कि विदेश में जी2जी और बी2जी बैठकों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा के अलावा गोरखपुर, काशी, प्रयागराज, अलीगढ़, लखनऊ और कानपुर में निवेश की इच्छा जताई गई है। जिसमें केमिकल, टूरिज्म, लॉजिस्टिक्स-वेयरहाउसिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, ईवी बैटरी विनिर्माण, हॉस्पिटैलिटी, फूड प्रोसेसिंग, ड्रग्स-फार्मा, मेडिकल डिवाइस, MSME, दुग्ध, शिक्षा, डिफेंस एंड एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, ड्रोन विनिर्माण, कृषि, डेटा सेंटर, रिवर बेसिन मैनेजमेंट, टेक्सटाइल, स्टील मैन्युफैक्चरिंग, हर्टिकल्चर, वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट आदि सेक्टर में निवेश के लिए विभिन्न औद्योगिक समूहों ने अपने निवेश के प्रस्ताव दिए हैं।
विदेश दौरे से लौटने के बाद योगी कैबिनेट के मंत्रियों ने कहीं ये बातें
1. मैक्सिको, ब्राजील और अर्जेंटीना के दौरे से लौटे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और संजय निषाद का कहना है कि तीनों ही देशों में यूपी को लेकर उत्साह जनक माहौल है। मैक्सिको से फ़ूड प्रोसेसिंग और एग्रो, डेयरी सेक्टर में बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने सीएम योगी को बैठक के दौरान बताया कि जेबू एम्ब्रियो कम्पनी ने मथुरा में कृषि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुकता जताई है। इसके अलावा ब्राजील में रक्षा क्षेत्र की अनेक कंपनियों के साथ अच्छी बातचीत हुई।
2. मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया-सिंगापुर की ओर से निवेशक नए भारत के नए यूपी की तस्वीर से सभी प्रभावित दिखे हैं। सुरक्षा-सहूलियत के आश्वासन के साथ विभिन्न प्रोजेक्ट पर वार्ता हुईं। स्थानीय प्रवासी भारतीय समूहों से भी संवाद हुआ।
3. फ्रांस-नीदरलैंड दौरे से लौटने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि दोनों देशों में निवेशकों के मन में भारत के प्रति बड़ा विश्वास है। भारत में उनकी प्राथमिकता उत्तर प्रदेश है। सीएम योगी को उन्होंने बताया कि नीदरलैंड में एक बड़ी आबादी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों की है। यह लोग डेढ़ शताब्दी पहले गिरमिटिया मजदूर के रूप में सूरीनाम पहुंचे थे और आज नीदरलैंड में हैं।
4. यूएस-यूके के तीन शहरों के भ्रमण से लौटे मंत्री सुरेश खन्ना ने बैठक में सीएम योगी को बताया कि हिंदुजा ग्रुप और रॉल्स रॉयस से बड़े निवेश के लिए चर्चा हुई है। लंदन में हीरानंदानी समूह ने यूपी के साथ अपने अच्छे अनुभव को साझा किए। सैन फ्रांसिस्को से सलोनी हर्ट फाउंडेशन ने SGPGI लखनऊ को ₹415 करोड़ का CSR अनुदान देने का निर्णय लिया है। इसी तरह सिफी इंटरनेशनल 8300 करोड़ का निवेश करेगी और जियो थर्मल पॉवर तकनीक के लिए ₹41000 करोड़ के निवेश का एमओयू हुआ है। वहीं हेल्थ एटीएम निर्माण में ₹1000 करोड़ सहित नवीकरणीय ऊर्जा, होटल/हॉस्पिटैलिटी, स्किल डिवेलपमेंट, लॉजिस्टिक्स जैसे सेक्टर में कई बड़ी कंपनियों ने निवेश का प्रस्ताव रखा है।
5. जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन से लौटे नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' का कहना है कि यूपी की टीम के इस तरह वैश्विक दौरे पर पहली बार गई थी। निवेशकों के लिए यह बड़ा उत्साह वर्धक रहा। हमें ऐसे दौरे नियमित अंतराल पर होने चाहिए।
6. दक्षिण कोरिया और जापान दौरे से लौटे मंत्री जयवीर सिंह और मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि इन देशों की ज्यादातर तकनीकी कंपनियां दक्षिण भारत में निवेश करती रही हैं। उनका उत्तर प्रदेश की टीम से मिलना पहला अनुभव था। मंत्रियों का कहना है कि भारी निवेश का रास्ता साफ हुआ है।